उत्तर प्रदेश में अबैध शस्त्रों से सुसज्जित अपराधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला- क्षेत्र में अबैध शस्त्र फेक्ट्री संचालन की ओर कर रहा इशारा-
उत्तर प्रदेश में अबैध शस्त्रों से सुसज्जित अपराधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला-
क्षेत्र में अबैध शस्त्र फेक्ट्री संचालन की ओर कर रहा इशारा-
पुलिस इसके पीछे का सच जानने से कर रही परहेज़-
कारतूसों की काला बाजारी के चलते अपराधियों को आसानी से प्राप्त हो रहे अबैध कारतूस
महोबा/उत्तर प्रदेश में अबैध शस्त्र फैक्ट्रियों के संचालन के चलते आए दिन एक न एक अबैध शस्त्र व कारतूसों से सुसज्जित अपराधी पुलिस की पकड़ में आते रहते हैं।
किन्तु कई बार ध्यान केंद्रित करवाने के वावजूद भी पुलिस अपने ढीले रवैया से बाज़ नहीं आ रही है।
पुलिस अबैध शस्त्र धारी आरोपियों को गिरफ्तार तो करती है लेकिन इसके पीछे का सच जानने से परहेज़ करती है जो एक गंभीर विचारणीय विषय बना हुआ है।
इसके वावजूद भी पुलिस ये पता नहीं लगा रही है की आखिर इन अबैध शस्त्रों की निर्माण शाला कहाँ है कौन है जो अपराधियों को अबैध शस्त्र व कारतूस पहुँचा रहा है।
ऐसा ही नजारा देखने को मिला है महोबा जनपद के महोबकंठ थाना क्षेत्र में जहाँ आज पुलिस ने दो अबैध शस्त्र धारी आरोपी सतीश राजपूत पुत्र जयद्रथ व दुलीचंद राजपूत पुत्र सिया राम को अबैध 12 बोर तमंचा व 4 अबैध 12 बोर कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
किन्तु पिछले मामलों की तरह इस मामले की पीछे की सच्चाई जानने से पुलिस ने परहेज़ किया है।
जो पुलिज़ की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं।
वैसे भी महोबा जनपद की पुलिस घटनाओं के आधे अधूरे खुलाशे करने में महारथ हाशिल किए हुए हैं।
तो वहीं पकड़े गए अबैध 12 बोर कारतूस कारतूसों की काला बाजारी की ओर संकेत कर रहे हैं।