पत्रकार पर सामाजिक और नैतिक मूल्य की जवाबदेही है। यह वास्तविकता या यथार्थता की ओर इशारा करती है
पत्रकार पर सामाजिक और नैतिक मूल्य की जवाबदेही है। यह वास्तविकता या यथार्थता की ओर इशारा करती है। *एक पत्रकार संगठन को अपनी साख बनाए रखने के लिए समाज के यथार्थ को दिखाना होगा।* यह पत्रकारिता की पहली कसौटी है। पत्रकार समाज के किसी न किसी व्यक्ति, समूह या देश का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए इसका जुड़ाव सीधे समाज की सच्चाई यानी वास्तविकता से हो जाता है। यानी कि यह कह सकते हैं कि पत्रकार समाज का प्रतिबिंब होता है। पत्रकारिता सही आरै गलत, न्याय और अन्याय जैसे मसलों के बीच तटस्थ नहीं होना चाहिए बल्कि वह निष्पक्ष होते हुए सही एवं न्याय के साथ होना चाहिए। इसलिए पत्रकारिता का *प्रमुख सिद्धान्त है उसका निष्पक्ष होना* । पत्रकार को उसका शतप्रतिशत पालन करना जरूरी है तभी उसके **संगठन की साख बनी रहेगी।*
संजय दुबे
राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष
राष्ट्रीय ग्रामीण पत्रकार संघ