मेरे हमसफर
मेरे हमसफर
मेरे हमसफर मेरे हमसफर
मेरे साथ चल मेरे साथ चल
अधूरा है मेरी जिंदगी का सफर
मेरे साथ चल मेरे साथ चल
मेरे हमसफर…
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सपने मेरे तुम से जुड़े,
आंखों में मेरे तुम बसे
आसान होगी हर डगर
मेरे साथ चल मेरे साथ चल
मेरे हमसफर मेरे हमसफर….
विश्वास यू बनाए रखना
रिश्ते मेरे सजाए रखना
समेट लेना मैं बिखर जाऊं अगर मेरे हमसफर मेरे हमसफर
मेरे हमसफर मेरे हमसफर….
मेरा प्यार सदा बना रहे, रिश्ते का गुलशन खिला रहे जिंदगी बने फूलों की डगर मेरे हमसफर मेरे हम सफर
मेरे हमसफर…….
कभी डगमगा जाऊं अगर
आकर थाम लेना तुम मगर
हम तुम चले साथ यूं ही
उम्र भर मेरे हमसफर
मेरे हम सफर मेरे हम सफर मेरे साथ चल
✍️ स्वरचित
साधना तिवारी रीवा
मध्य प्रदेश