गौ शाला की बात बताऊँ, जिसमें फैला भ्रष्टाचार
वीर छंद
विषय-सत्य घटना
पर आधारित
1-
गौ शाला की बात बताऊँ,
जिसमें फैला भ्रष्टाचार।
उन लोगों हाल सुनाऊँ,
जिनने खोया शिष्टाचार।।
ग्राम मुढ़ारी की गौ शाला,
इसकीं सुनलो बातें चार।
माल लगाते घटिया इसमें,
माल मजे से खाते यार।।
2-
कलम कार कुछ मिलके आए,
बोले खोलेंगे हम राज।
बात बात में झगड़ा जारी,
साहब झपटे जैसें वाज़।।
कलम तुम्हारी नहीं चलेगी,
चाहे आए आढ़े लाज।
फर्जी लिखा मुकदमा देंगे,
तेरे सिरका उतरे ताज।।
3-
बातें कहीं अनेकों तीखीं,
गाली की करते बौछार।
नहीं ख़ौफ़ था इनके मनमें,
पावक सी छाई लौछार।।
फड़क रहे थे घोड़े जैसे,
करने को भारी आघात।
प्रभुपग इनको कौन सँभाले,
छाई अबतो काली रात।।
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प्रभुपग धूल
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश