मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है लेकिन बीते दिनों में जिस प्रकार प्रेस की आजादी पर हंटर चलाया गया है वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है
मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है लेकिन बीते दिनों में जिस प्रकार प्रेस की आजादी पर हंटर चलाया गया है वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ,
रिपोर्टर-चंद्रपाल अनुरागी
इंडिया प्रेस फ्रीडम की रिपोर्ट 2020 में बताया गया है कि देश मे पिछले साल करीब 226 पत्रकारों को निशाना बनाया गया , इनमें 114 पत्रकार सरकार या प्रशाषन का निशाना बने , 13 पत्रकारों की हत्याएं हुईं हैं और 37 हिरासत में लिए गए, पत्रकारों पर आईपीसी की धाराओं के अलावा महामारी अधिनियम, यूएपीए , अनुसूचित जाति अधिनियम और अन्य गंभीर मामले दर्ज किए गए , इसके अलावा पत्रकारों पर जानलेवा हमले , धमकी देने के कई मामले सामने आए , ये आंकड़े सिर्फ वो है जो सामने आये हैं , इसके अलावा देशभर में हजारों ऐसी घटनाएं हुईं जिनमें पत्रकारों की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया |
ऐसा ही एक मामला महोबा में सामने आया जहाँ पत्रकारों को प्रताड़ित करने के साथ ही आये दिन झूठी शिकायतों पर दर्ज हो रहे फर्जी मुकदमों से जनपद के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है जिसको लेकर संयुक्त मीडिया क्लब व उत्तरप्रदेश श्रम जीवी पत्रकार संगठन ने पुलिस अधीक्षक को सामूहिक ज्ञापन देकर पत्रकारो पर दर्ज हुए मुकदमें की निष्पक्ष जांच कराकर मुकदमा खारिज जाने की मांग की गई |
दरअसल महोबा जनपद में पत्रकारों से संबंधित मामलों में बिना जांच किये झूठी शिकायतों पर दर्ज हो रहे मुकदमों को लेकर जनपद के पत्रकार एकजुट होकर एसपी को पूरे मामले से अवगत कराने पहुंचे , संयुक्त मीडिया क्लब के बुंदेलखंड प्रभारी इरफान पठान की मौजूदगी में जिला अध्यक्ष भगवानदीन यादव के नेतृत्व में संयुक्त मीडिया क्लब व उत्तरप्रदेश श्रमजीवी के एक सैकड़ा पत्रकार इकट्ठा हुए और प्रदर्शन करते हुए एसपी को ज्ञापन सौपा | जिसमें पूर्व में उत्तरप्रदेश श्रमजीवी के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश द्विवेदी व अफसार अहमद पर दर्ज हुए मुकदमे की निष्पक्ष जांच कराकर मुकदमा वापस लिए जाने की मांग की गई, जिसमे पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने न्याय का भरोसा दिया है साथ ही उन्होंने कहा कि अब पत्रकारों से जुड़ें मामले आने पर जांच के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी | इस मौके पर संयुक्त मीडिया क्लब के जिलाध्यक्ष भगवानदीन यादव ने कहा कि महोबा में पत्रकारों के उत्पीड़न व दर्ज फर्जी मुकदमों को लेकर अधिकारियों से वार्ता की गई है यदि जल्द इस मामले में निष्पक्ष जांच और न्याय नही मिला तो फिर पत्रकार धरना देने के लिए मजबूर हो जायेगें |
इस मौके पर ब्रजेश द्विवेदी, इस्राईल कुरैशी, रामेंद्र सिंह, जयप्रकाश द्विवेदी, दीपक बाजपेई, अजय अनुरागी,कफील अहमद, शाहनबाज़, भरत त्रिपाठी,अनीस मंसूरी, आशीष अग्रवाल,मनीष चौरसिया , रमेश कुमार, अर्जुन मिश्रा, अभिषेक सिंह,सरफराज, शकील सिद्दीकी,अखिलेश सोनी,विक्रमादित्य सिंह,नीरज,युशूफ खान, रामपाल सिंह, प्रवीण पटेरिया,अफसार अहमद, नितिन नामदेव ,उमाकांत ,कौशलेंद्र,हेमंत गोश्वामी, अतीक अहमद,पवन सोनी,नारायण नायक,सरफराज तकरीबन एक सैकड़ा पत्रकार मौजूद रहे।