उल्लाला छंद आधारित युगल प्रेम गीत
उल्लाला छंद
आधारित युगल प्रेम गीत
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तुम आओ मेरे साथ में,
घूमें जाकर हाट में।
चल बैठें साजन शौक से
छप्पर वाली खाट में।
1-
अब बैठो गोरी कार में,
बातें होगीं प्यार कीं।
चूड़ीं कंगन हैं हाथ में।
गुस्सा है सौ वाट में।।
तुम आओ——
2-
बैठूंगी आकर जीप में,
मोती जैसी सीप हूँ।
रस्ता चलना जी देख के,
चलना सीधी वाट में।।
चल बैठें——
3-
कोमल हो गोरी फूल सी,
नज़रें खंज़र धार सीं।
घायल करती हो नैन से,
चलती हो जब ठाट से।।
तुम—-
4-
प्रभुपग हैं बैठे थार में,
पान चबाते शान से।
मैं उलझी इनके जाल में,
डर जाती हूँ डाट में।।
चल बैठें—-
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प्रभुपग धूल
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश