कुंडलिया
कुंडलिया
(सत्य घटना पर
आधारित)
1-
चूड़ी पहनो हाथ में,
भेज रहा हूँ आज।
गहने पहनो साथ में,
मत होना नाराज।।
मत होना नाराज,
बात है गहरी मेरी।
सुगिरा की है बात,
हुई है भारी देरी।।
प्रभुपग खोलें राज,
पचें मत घी की पूड़ी।
खोजो जुगल किशोर,
नहीं तो पहनो चूड़ी।।
2-
सेंदुर भर लो माँग में,
हेम लता को हार।
वाली पहनो कान में,
नाक नथुनिया सार।।
नाक नथुनिया सार,
लगा लो होंठन लाली।
सुरमा डालो आँख,
कोर हो काली काली।।
प्रभुपग चुनरी लाल,
रंग है जैसे ईंगुर।
प्यारा लगता रूप,
देह है जैसे सेंदुर।।
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प्रभुपग धूल
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश
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