CBSE 10वी के परिणाम बच्चों के लिए रहा निराशाजनक,स्कूलों से धांधली का संदेह।
CBSE 10वी के परिणाम बच्चों के लिए रहा निराशाजनक,स्कूलों से धांधली का संदेह।
जहाँ एक तरफ कोविड जैसी महामारी और lockdown में बच्चों के माता-पिता आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे वही दूसरी तरफ इन cbse प्राइवेट स्कूलों ने बच्चों को न पढ़ाते हुए भी लगभग पूरी फीस ली,यहा तक कि 10वी कक्षा की ऑनलाइन क्लासेज भी नही लिया और जब cbse ने एग्जाम कैंसिल कर के मार्क्स देने का पैटर्न बदला तो लगभग बहुत कुछ अधिकार स्कूल के हाथों में आ गया।लेकिन इन स्कूल वालो ने 10वी के छात्रों को इतने घटिया नंबर दिए कि छात्रों ने सोचा भी न था।इससे अच्छे मार्क्स दसवी के बच्चे खुद पेपर लिख कर ले आते।दसवी के रिजल्ट में जो बच्चे अपने क्लास के टॉपर थे उन्हें किसी किसी विषय मे 50% से भी कम नंबर मिले है।पेरेंट्स लाख रुपये खर्च ये सब देखने/सुनने के लिए नही करते।रिजल्ट में हुई इस धांधली से हर 10वी का बच्चा निराश है।धांधली तो हुई है चाहे जहाँ से हुई हो और इसके लिए हर विद्यार्थी परिषद आंदोलन करने को तैयार है।वैसे जो बच्चे अपने रिजल्ट से संतुष्ट नही है,उसके लिए cbse एग्जाम कंडक्ट कराएगा लेकिन सवाल ये है कि क्या बच्चे फिर से सिलेबस दोहराने में सक्षम होंग जबकि उन्हें किताब को अच्छे से पढ़े 3 महीने से ऊपर हो चुके होंगे और उन बच्चों का क्या जो अच्छे नंबर की उम्मीद लगाकर कोटा,दिल्ली जैसे बड़े शहरों में पढ़ने के लिए निकल गए थे।उन्हें कितनी परेशानी होगी क्योंकि ऐसा तो उन्होंने भी नही सोचा था।इस धांधली के खिलाफ हम हर सम्भव करवाई करेंगे।
-सौरभ ‘शुभ’
सिवान,बिहार