उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक बने प्रमोद कुमार, किया पदभार ग्रहण
*उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक बने प्रमोद कुमार, किया पदभार ग्रहण*
विजय साहू (ब्यूरो प्रमुख)
नेटवर्क टाइम्स न्यूज़
ब्यूरो रिपोर्ट (कार्यालय)- इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (आईआरएसईई) के अधिकारी प्रमोद कुमार ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक का पदभार ग्रहण कर लिया है।
प्रमोद कुमार भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के 1984 परीक्षा बैच के अधिकारी हैं।
प्रमोद कुमार ने कैरियर की शुरुआत आगरा में सहायक बिजली इंजीनियर/ कर्षण वितरण के रूप में की थी ।
इसके बाद उन्होंने चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में जूनियर और सीनियर स्केल में काम किया।
उन्होंने मध्य रेलवे के झांसी और जबलपुर मंडलों में विद्युत इंजीनियरिंग में कार्य किया।
उन्होंने न्यू कटनी जंक्शन पर इलेक्ट्रिक लोकोशेड की स्थापना में अग्रणी भूमिका निभाई।
मुख्य परियोजना निदेशक / आरई /जयपुर के पद पर काम करते हुए भारतीय रेल की पहली हाई राइज़ ओएचई की स्थापना में उनका उल्लेखनीय योगदान दिया । कुमार ने अपर मंडल रेल प्रबंधक जयपुर, मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद , वरिष्ठ उप महाप्रबंधक, दक्षिण रेलवे के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में, वह अपर महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के रूप में कार्यरत थे,
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में खुर्जा के मूल निवासी कुमार का उत्तर मध्य रेलवे से पुराना जुड़ाव है। श्री कुमार दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट आगरा के पूर्व छात्र हैं, जहां से उन्होंने 1984 में बीएससी इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिकल) स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने 2003 से 2006 के दौरान झांसी मंडल में और फिर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में 2007 से 2009 तक कार्य किया है।
प्रयागराज के साथ उनका जुड़ाव 2006 से है, जब उन्होंने उप मुख्य सतर्कता अधिकारी, कोर और फिर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में मुख्य बिजली सेवा इंजीनियर के रूप में काम किया .
31 दिसंबर 2020 को राजीव चौधरी की सेवानिवृत्ति के बाद पिछले सात महीनों से महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे वी.के. त्रिपाठी, महाप्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे ने प्रमोद कुमार का स्वागत किया और उनके नए दायित्व के लिए शुभकामनाएं दीं।
कार्यभार संभालने के बाद महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने कहा कि चल रही परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूरा करना एवं उत्तर मध्य रेलवे में संरक्षायुक्त और कुशल ट्रेन संचालन सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी ।