मेरे ख्वाबों में

बिषय-: मेरे ख्वाबों में।

रोज रोज मेरे ख्वाबों में आकर मुझे सताया न करो।
दिखा कर झलक अपनी तड़फाया न करो।
आयने में अक्स तेरा आता है बार -बार
आकर तसुब्वर में मुझे दीवाना बनाया न करो।
धड़कता है दिल तुम्हारे ही नाम से।
दिल की धड़कन बढ़ा कर इस तरह जाया न करो।
हम तो सदियों से दीवानें हुए है आपके।
प्यार जता कर हमको भुलाया न करो।
तेरे दीदार को हर हाजिर है नजर,
मुझे अपने दर से इस तरह हटाया न करो।
उम्र गुजर गयी है तेरे इंतज़ार में मुझे इस तरह छोड़ कर जाया न करो।
स्वरचित नज्म तृप्ता श्रीवास्तव।🙏🙏

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