दिल का मिजाजे हाल जरा बता दीजिए कैसे हो मेरे यार जरा बता दीजिए
दिल का मिजाजे हाल जरा बता दीजिए
कैसे हो मेरे यार जरा बता दीजिए !!
क्या मिल गया है मीत तुम्हे अपने ही जैसा
या अकेले हो यार जरा बता दीजिए !!
बोलो ना कभी याद तुम्हें आई हमारी
या भूल गए यार जरा बता दीजिए !!
रहने लगे हो यार अब तो दूर शहर में
फिर आये हो क्यों लौट जरा बता दीजिए !!
होठों से अपने हँस रहे हो झूठे कहीं के
क्यों छुपा रहे अश्क जरा बता दीजिए !!
….”कवि” सुदामा दुबे