आयारे आयारे गुब्बारे लेकर आया रे चिन्टू पिंटू मिन्टू आओ लेलो
चित्र पर आधारित
आयारे आयारे गुब्बारे लेकर आया रे
चिन्टू पिंटू मिन्टू आओ लेलो
गुब्बारे लेकर आया रे।
गगन में उड़ते देखों ऐसे गुब्बारे लाया रे।
हवा भरी है इनमें देखों गगन चूमता जाये रे।
एक रूपए का है ये गुब्बारा
बात पते की बतायेगा।
जिसको चाहिए ये गुब्बारा
जल्दी से वो आजायेगा।
बेच रहा हूँ पेट पालने मैं तो देखों दूर देश से आया रे।
जितना चाहिए तुम्हें गुब्बारे
झटपट पैसे दे लेजाओ रे।
लाल पीले नीले हरे सभी रंगों के लेकर आया रे।
पुष्पा निर्मल बेतिया बिहार
__०७-०७-२१✍️✍️✍️