रंगीन आशियाने
रंगीन आशियाने
तेरे साथ पूरे हो रहे मेरे सपने,
सब कुछ पूरे लगते तुमसे मिलके,
इक अनजान से दिल लगाकर खुद को खो बैठे,
जाने -अनजाने तेरी चाहत में रहते डूबे -डूबे,
तेरे हर शब्द हर वक़्त मेरे दिल में रहते,
तेरे साथ बनाने है रंगीन आशियाने,
हर वक़्त तेरी बाते करते दिल ये,
तुम अपनी बातो से मुझे अपना बनाये रहते,
नहीं सुनता मेरी अब पागल दिल दीवाना ये,
अब तो दिल तेरे नाम से ही धड़के,
तेरे साथ बनाने है इक रंगीन आशियाने,
साथ रहे प्रेम से हम -दोनों मिल के,
ढाई अक्षर प्रेम शब्द से हर लम्हे को जीना सीखे,
दिल की हर नादानी, नादान दिल ये समझें,
तेरे दिल की हर धुन से मेरा दिल ये धड़के,
साथ तुम्हारे आने से हर लम्हे प्यारे -प्यारे लगे,
तेरे साथ बनाने है रंगीन आशियाने,
रंगीन सा अपना एक आशियाना बनायेगे,
चाहत के रंगों से उसे हम सजायेंगे,
तेरे प्रेम से हम खुद को सवारेंगे,
हर गम हर ख़ुशी हम मिलकर सहेंगे,
दिया -संग -बाती बन एक दूसरे का साथ देंगे,
प्रकाश संग रोशनी बन एक दूसरे को रोशन करेंगे,
तेरे नैनो को हम अपना दर्पण बना लेंगे,
तेरे साथ बनाने है एक रंगीन आशियाने।
(प्रिया पाण्डेय “रोशनी “)