इससे न बोलो,ये न करो,वो न करो,भाई भी तो कह देता है,

इससे न बोलो,ये न करो,वो न करो,भाई भी तो कह देता है,
बहनों को समझने न वाला क्या भाई बहन का रिश्ता ऐसा भी होता है।
बहन साथ होते हुए भी नहीं समझती बस सवाल तु रातों-रातो तक जगती है,
वो न जानी कि उसकी बहनो की रातों मे आंसू की कितना बरसातें होती है।
अगर हर किसी में बेटियों की समझने की समझ होती तो,
तो तुम्हारे साथ वो भी खिल-खिलाकर हंसती तो।

रचनाकार -वंशिका यादव

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