हिंदी की प्रखर महान रचनाकारा आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी का शुभ जन्मदिन पर सफल सम्मान समारोह
देश भर में अपनी सफल साहित्य कवयित्री,लेखिका साहित्यकारा की बहुमुखी पहचान बनाने वाली, सुप्रसिद्ध समाज सेविका, विभिन्न संबंधित संस्थाओं की प्रदेश अध्यक्ष,एम.जे.एफ.लॉयन क्लब की सदस्य,और न जाने कितने पुरस्कारों, सम्मानपत्रोऺ से सम्मानित राष्ट्रीय स्तर की सादगी व विनम्रता की विदुषी हिंदी की प्रखर महान रचनाकारा आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी का शुभ जन्मदिन पर सफल सम्मान समारोह का यादगार कार्यक्रम हम सबके साहित्य गुरु जनक और बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी के शुभ निदेशक अनुसार लोकप्रिय पटल उदय कमल साहित्य संगम के तत्वाधान में बुधवार 30 जून 2021 के शुभ संध्या की ढलती रात 9 बजे रखा गया। हालांकि आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी के शुभ जन्मदिन का आयोजन दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे संपन्न हो चुका था।जिसके अंतर्गत शामिल सभी प्रतिभागियों ने अपनी अपनी रचनाओं से इस आयोजन को एक यादगार पल बनाने की भरपूर कोशिश की। जहां इस सफल आयोजन को अनुपम सुंदर रूप देने वाले बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी जो एक आवेदक निदेशक आभार प्रकट की भूमिका में पटल पर नज़र आये,वही मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी,अध्यक्ष के रूप में पधारे बाड़मेर राजस्थान के लोकप्रिय अध्यक्ष आदरणीय श्री डॉ गोवर्धन सिंह सोढ़ा’जहरीला’सर जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में बिहार की धरती से पधारी आदरणीया श्रीमती डॉ मीना कुमारी परियार ‘मान्या’ मैम जी, हरियाणा से ‘मेरी चौपाल’ के अध्यक्ष आदरणीय श्री शैलेन्द्र सिंह शैली सर जी,और मंच संचालक आदरणीय श्री कमल कालु दहिया सर जी व आदरणीय श्री कपीश माहेश्वरी सर जी पटल पर एक साथ दिखाई दिये।आज जिन कवि-कवयित्री भाई बहनों के सम्मान के लिए जो सम्मान समारोह का विशेष आयोजन रखा गया था, जिनमें विशेष रूप से सबसे पहले आदरणीय श्री प्रशांत कुमार पी के सर जी,श्री बाबूराम सिंह कवि सर जी, वर्तिका अग्रवाल मैम जी,शोभा प्रसाद मैम जी,प्रीति चौधरी मनोरमा मैम जी,पवन गोयल सर जी,मीरा जगनानी मैम जी,शाहाना परवीन मैम जी,माधवी गणवीर मैम जी, कल्पना मिश्रा मैम जी व सुरेश कुमार सुलोदिया सर जी प्रमुख थे।सभी ने साहित्यकारा आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी के जन्मदिवस पर एक से बढ़कर एक रचनाएं लिखी और पटल की ओर से प्रशंसा भरी वाह वाही भी बटोरी।आदरणीया मीरा जगनानी ने बेटी पर बेहतरीन रचना लिखकर सम्मान समारोह कार्यक्रम में उज्जवल भविष्य की जगमगाती रोशनी दे गयी।मीरा जी की काव्य रचना की कुछ पंक्तियां आपके सामने पेश कर रहा हूं,सुनीयेऺगा जरूर आप सभी।’माऺ से दूर कहाऺ है बेटियां,तन से दूर मन के कऱीब मां के पास रहती है बेटियां।नए घर में हर एक बेटी अपना एक नया इतिहास रचाती है। आदरणीय पवन गोयल सर ने तो जन्मदिन की रचना में देश के लोकप्रिय त्योहारों को भी शामिल कर लिया था जिसमें होली व दिवाली नाम प्रमुख थे।आइये हम सभी भी पवन जी की काव्य रचना का आनंद उठाये।’मुबारक हो दिन आपको ये आली,सजा आपसा कोई आज भाग्यशाली।ना भूलें जम़ाना आप यूं दिल लगाना,हर दिन हो जग में होली दिवाली।आदरणीय सुरेश कुमार सुलोदिया सर ने भी अपनी सुंदर जन्मदिन काव्य रचना में खुशियों भरा यश किर्तीमान शऺख बजाया। ‘जन्मदिन मुबारक आपको, खुशियां हो मुबारक आपको। साहित्य प्रेम हमेशा बना रहे,यश किर्ती मिले अपार आपको।इसी तरह सम्मिलित सभी प्रतिभागियों ने भी लाजवाब रचनाओं से पटल को सजाया व महकाया। आज साहित्यकारों की रचनाओं से साफ़ झलक रहा था कि बाड़मेर राजस्थान के लोकप्रिय अध्यक्ष आदरणीय श्री डॉ गोवर्धन सिंह सोढ़ा’जहरीला’सर जी के यादगार जन्मदिवस आयोजन के जैसा आज का जो लोकप्रिय राष्ट्रीय स्तर की महानतम कवयित्री आदरणीया श्री रशिम लता मिश्रा मैम जी का जन्मदिन दिवस व सम्मान समारोह का आयोजन हुआ है वह भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाकर एक सफल यादगार आयोजन साबित करेगा। आदरणीय हमारे साहित्य गुरु जनक बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक निदेशक व आवेदक की भूमिका में मां सरस्वती, मां शारदे की मूर्ति पर पुष्पमाला अर्पित करके और दीप प्रज्जवलित करके सम्मान समारोह के आयोजन की दिशा को आगे बढ़ाने के संकेत दिए। सर्वप्रथम मंच संचालक आदरणीय श्री कमल कालु दहिया सर व कपीश माहेश्वरी सर ने आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी के शुभ जन्मदिन अवसर की बधाईयां व शुभकामनाएं देकर अपना -अपना आभार व्यक्त किया और उनके विशेष जन्मदिन दिवस तथा सम्मान समारोह पर अपनी अभिव्यक्ति में आदरणीय श्री कमल कालु दहिया सर ने कहा जन्मोत्सव की सदाएं देते हैं,हम आज खुशियों की दुआएं देते हैं।अब निशाऺ में इन तारों का है कहना कि हम भी बने जन्मदिन की रोशनी का गहना। जहां हो सदाएं, दुआएं हवाएं सब कुछ बताओ वहां किस को नहीं रहना।
हम फूल जोड़ते हुए जायेगे कि कुदरत का काम है वो बागबानऺ बने।शाम ढ़ल रही है यह गुनगुनाता गीत हो जाये,दिन भर रहा जन्मोत्सव,यह ढ़लते क्षण का एक संगीत हो जाए।आदरणीय कमल कालु दहिया सर ने आदरणीय सुनील दत्त मिश्रा सर जी को अपने आभार व्यक्त करने को कहा।तब आदरणीय व हमारे साहित्य के गुरु जनक तथा बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक श्री सुनिल दत्त मिश्रा सर जी ने कहा कि सबसे पहले तो आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि व राष्ट्रीय स्तर की लोकप्रिय साहित्यकार व कवयित्री आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा जी के शुभ जन्मदिन की मैं ढेरों बधाइयां और शुभकामनाएं देता हूं। कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में विराजमान बाड़मेर राजस्थान के हमारे भाई आदरणीय श्री डॉ गोवर्धन सिंह सोढ़ा’जहरीला’ जी का वंदन अभिवऺदन। विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे आदरणीय श्याम बिल्दानी ‘सादगी’ बड़नेरा अमरावती महाराष्ट्र उनको भी मेरा सादर नमस्कार।बिहार की धरती से पधारी आदरणीया श्रीमती डॉ मीना कुमारी परियार ‘मान्या’ जी,इनको भी मेरा हृदय से साधुवाद धन्यवाद। हरियाणा के ‘मेरी चौपाल’ राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री शैलेन्द्र सिंह शैली जी का भी वंदन अभिवऺदन।तथा कार्यक्रम को शोभायान,महान बनाने वाले मंच संचालक हमारे छोटे भाई आदरणीय श्री कमल कालु दहिया जी,आदरणीय श्री कपीश माहेश्वरी जी को भी मेरा सादर प्रणाम व अभिनंदन।कमल कालु दहिया जी का मैं बहुत आभार मानूंगा कि उन्होंने मुझे आज इस कार्यक्रम में आवेदक निदेशक व विनीत की भूमिका व आभार प्रकट करने का अनमोल क्षण दिया। बीच-बीच पटल पर आदरणीया कवयित्री, साहित्यकारा श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी के शुभ जन्मदिन अवसर पर फूलों के गुलदस्ते, बधाईयां भरे सुंदर मैसेज व जन्मदिन केक के साथ साथ मिठाईयां आइसक्रीम खीर बादाम शेक भी प्रेषित होते जा रहे थे जो इस सफल आयोजन में सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।मैंने तो जन्मदिन का आइसक्रीम भरा व स्वादिष्ट केक खाया जो मेरे बचपन की जन्मदिन की भूली बिसरी सुनहरी यादों को ताजा कर गया।आदरणीय श्री डॉ गोवर्धन सिंह सोढ़ा’जहरीला ‘सर ने सम्मानीत सभी प्रतिभागियों को बधाई देकर शुभकामनाएं दी। अपने सफल सम्मान समारोह को देखकर आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा जी इस कद़र खुश हो गयी कि उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने आदरणीय सुनील दत्त मिश्रा सर जी की प्रशंसा में कहा कि ‘इस पुरे आयोजन का पुरा श्रेय सुनील दत्त मिश्रा जी को है जिन्होंने आज सुबह इस महान आयोजन की सफल योजना बनाई और शाम तक इसे अभूतपूर्व साकार भी किया। बहुत ही सुन्दर आयोजन।आप सभी का एक बार पुनःआभार।सच में हमारे साहित्य के गुरु जनक व बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी के बारे में जितना भी कहा जाए,और जितना भी समझा जाए वह कम ही होगा।क्योंकि आज साहित्य जगत जिस शिखर की ऊंचाईयों पर सफलता का विजयी परच़म लहरा रहा है उसके पीछे आदरणीय हमारे सर सुनील दत्त मिश्रा जी का ही पावन आशिर्वाद व शुभकामनाएं अर्पित है।आज इस सफल महान यादगार सम्मान समारोह आयोजन के अंतर्गत मुझे विशिष्ट अतिथि का ताज पहनाने वाले और संपूर्ण महाराष्ट्र का गौरव पुरस्कार दिलाने वाले कोई ओर नही बल्कि स्वयंम बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी ही है।आज इस सफल आयोजन में पधारे महानुभाव वरिष्ठ साहित्यकार या लेखिका के बारे में मुझे ज्यादा कुछ जानकारी नहीं थी यह तो सब कृपा हमारे राम प्रभु और साहित्य का गर्व कहलाने वाले तथा साहित्य के गुरु जनक एवम् बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी की सावन की रिमझिम फुहारों में बरसी है जो अपने आप में समझो किसी चमत्कार से कम नहीं।हुआ यह कि आदरणीय सुनील दत्त मिश्रा सर जी ने कुछ महीने पहले देश के सभी लोकप्रिय साहित्यकारों को एक साथ जोड़कर अपना एक सप्रेम भेंट लोकार्पण और भगवान श्री गणेश जी के सुमधुर पावन भज़न सानिध्य में सरोबर सुंदर वीडियो पटल पर पेश किया गया था।जो साहित्य के इतिहास में अपने आप में गौरव कहलाने का आगाज है।इसी महान ऐतिहासिक साहित्य वीडियो के देखते सुनते मुझे आज के आयोजन में शामिल सभी महानुभावों साहित्यकारों व लेखक लेखिका रचनाकारा की संपूर्ण जानकारी मिली थी। निस्वार्थ साहित्य की सेवा में नितदिन अग्रसर रहने वाले और आने वाले नयी प्रतिभा युवा साहित्यकारों को साहित्य का काव्यपाठ कराने वाले हम सबके चेहते व प्रतिभाशाली तथा बिलासपुर छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय अभिनेता व लेखक आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी को हद्रय की गहराईयों से बहुत-बहुत धन्यवाद व शुभकामनाएं।।। आदरणीय श्री कमल कालु दहिया सर जी के सुंदर संचालन से आज सम्मान समारोह आयोजित आयोजन का अपना ही एक अलग अंदाज सम्मिलित सभी प्रतिभागियों को अपनी ओर आकर्षित करते जा रहा था।आज के अपने सुंदर मंच संचालन से और सुंदर आयोजन के बेहतरीन आगाज से श्री कमल कालु दहिया जी ने कार्यक्रम के समापन अवधी दौरान कहा कि आज के कार्यक्रम में लगभग डेढ़ दौ सो मैसेज आ गए जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।ख़ुशी की बात यह है कि यह एक समंदर है जहां का एक कतरा भी मलीन नहीं।मतलब कि आप सभी का ढ़ेर सारा अप्रतिम लगाव और साहित्य के प्रति अभूतपूर्व रूचि ने इस समंदर का पानी तरोताजा रखा है। विशिष्ट अतिथि के नाते मैंने भी आज के सफल आयोजन में अपनी ओर से एक सुंदर जन्मदिन पर बधाई रचना पटल पर प्रेषित कर डाली।और आदरणीया श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी को उनके जन्मदिन दिवस की ढेरों शुभकामनाएं व बधाईयां दी। आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी अपने छोटे भाई मंच संचालक आदरणीय श्री कमल कालु दहिया जी से इतने खुश हो गए थे कि उन्होने अपने आभार व्यक्त करते हुए कमल कालु दहिया जी पर कहा कि कमल जी पटल को इतना सजा देते है और इतना महका देते है कि कमल जी के आने से कमल जी का मेरी नजरों में पटल पर अभिनंदन हो गया।और कमल जी आ गए तो उदय कमल साहित्य संगम मंच पर बबुल भी चंदन हो गया।आवेदक निवेदक के नाते मैं कमल जी का विशेष आभार और बहुत बहुत धन्यवाद व साधुवाद।कमल जी जिस तरह से मेहनत कर रहे है उसको देखकर लग रहा है कि वो जरूर ऊंचाईयों तक जायेंगे।और अपनी काव्य शैली में आदरणीय श्री सुनील दत्त मिश्रा सर जी ने कमल जी की प्रशसा में सुंदर शायरी कह डाली ‘कमल तुम यूं ही खिलते रहो,सतदल तड़ाको में और तुम्हारे नाम की बगिया खिलती रहे, हिंदुस्तान के हर बागों में।इसी बीच आदरणीय श्री शैलेन्द्र सिंह शैली जी ने और आदरणीया श्रीमती डॉ मीना कुमारी परियार ‘मान्या’ जी ने भी अपनी अपनी अभिव्यक्ति पटल पर पेश करके इस आयोजन को सार्थक बनाया।आदरणीया साहित्यकारा व राष्ट्रीय स्तर की लोकप्रिय कवयित्री श्रीमती रश्मि लता मिश्रा मैम जी अपने जन्मदिन और सम्मान समारोह के सफल आयोजन से कुछ ज्यादा ही खुश नजर आ रही थी। उन्होंने अपनी अभिव्यक्ति दौरान कहा,सर्वप्रथम तो मां गणेशा और मां शारदे को नमन, मंच को नमन। मंच से जुड़े मेरे सभी छोटे भाइयों को बहुत -बहुत धन्यवाद व शुभ आशीष दिल से।समान बराबरी वालों को भी हद्रय की गहराईयों से नमन।और बड़ों को मेरा हार्दीक प्रणाम।आप लोगों ने इतना सुन्दर आयोजन किया।मैं अभिभूत हूं आप लोगों का प्यार पाकर। बहुत ही अच्छा लग रहा है।मैं मानती हूं मुझे बहुत लोगों ने बधाई दी।और आप लोगों ने जिस तरह से पटल पर आपने स्नेह का जाल़ बिछाया।यह कह सकते हो कि उसकी गिरफ्त में मैं पुरी तरह से आ चुकी हूं।और मेरे लिए निकलना मुश्किल होगा।और मैं निकलना भी नहीं चाहूंगी। इतने प्रेममय वातावरण में भला कौन नहीं रहना चाहेगा। मैं तो आप सभी की बहुत बहुत आभारी हूं।और आज जो आप सभी लोगों ने स्नेह की बगिया सींची है उसकी सुंदर कलियों से मेरे हृदय ने आज जो श्रृंगार किया है, उससे मेरे मन की और प्रेम की खुबसूरती इतनी निखर गई है कि मुझे लगता है इस निखार का रंग ताउम्र रहेगा।जो वो कभी ना उतरेगा,कभी ना उतरेगा,कभी ना उतरेगा। इन शब्दों के साथ मैं पुनः आप सबके स्वास्थ की परिवार की आप के शुभकाऺक्षाए की ढेरों शुभकामनाएं व धन्यवाद।। बधाईयां।।।अऺत में सभी प्रतिभागियों को सम्मानित करके उनको सम्मानपत्र से नवाज़ा गया।एक बार फिर से दिल से उदय कमल साहित्य संगम पदाधिकारियों, आयोजकों, मंच संचालकों,व आभार टीम मड़ली को तथा सम्मिलित सभी प्रतिभागियों को ढ़ेर सारी शुभकामनाएं व बधाईयां।
🙏जय हिन्द जय 🇨🇮 भारत
📝समीक्षक-
श्याम बिल्दानी ‘सादगी’
बड़नेरा अमरावती
महाराष्ट्र,भारत।
मो-९४२०४००५८०