नारी किसी से कम नहीं

विषय-कहानी ।
नारी किसी से कम नहीं।
रीमा चार भाई बहनों में सबसे बड़ी थी। पिता दीनानाथ किसान थे।रीमा इंजीनियरिंग कॉलेज में द्वितीय बर्ष में पढ़ाई कर रही थी।
सब ठीक चल रहा था। अचानक एक दिन पिता की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई।
रीमा के सिर पर जिम्मेदारी आ गई।बीच से पढ़ाई छोड़कर कर अपनी खेती करने लगीं। खेतों में काम करने का ज्ञान नहीं था। सबसे गाँव में पूछताछ करती कोई बात करता और कोई मना कर देते। मुफ्त की सलाह देते जाओ चोका चूल्हा संभालों खेतों में बोबाई जुताई लड़कियों के बस की बात नहीं है।
परंतु रीमा ने हार नहीं मानी पहले अपने घर का ट्रेक्टर चलाना सीखा फिर कब बीज डालना चाहिए। पूरी तरह खेतों के काम को सीख कर अच्छे से कृषि कार्य करने लगी। अपने बहन भाई की आगे की पढ़ाई करवाई साथ रीमा ने एक और ट्रेक्टर ट्राली खरीदे। जिसे वह किराये पर चलवाती।
रीमा खेती बाड़ी करने में सफल हो गयी,खाद्य बीज कब डालना चाहिए और कब क्या करना है सब कुछ जानने लगी थी।जो पहले दुत्कार दिया करते अब वे रीमा से सलाह लेने आने लगे। रीमा ने अपनी मेहनत से एक नई पहचान बनाई।अब रीमा बहुत अच्छी कृषक है प्रशिक्षण भी देती है कृषी कार्य करने की। मेहनत करो तो लड़कियाँ भी किसी से कम नहीं होती बस हिम्मत और लगन चाहिए।
स्वरचित कहानी तृप्ता श्रीवास्तव

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