योग और हम
योग एक ईश्वरीय वरदान है योग का अभ्यास हमारे शरीर और हमारे मन को नियंत्रित करने के साथ-साथ नियमित दिनचर्या और सकारात्मक प्रभाव प्रदान करने का अभूतपूर्व कार्य करता है।
योग हमारी भारतीय संस्कृति में सदियों से विद्यमान है और सभी की दिनचर्या का एक हिस्सा है प्राचीन काल से ही लोग योग के द्वारा अपने अभीष्ट की प्राप्ति करते रहे हैं।
हमारी बदलती हुई जीवन शैली में योग का महत्व भी बढ़ गया है अनियमित खानपान प्रदूषण भरे माहौल में हमें एक शांत मन और मस्तिष्क की आवश्यकता है जो कि हमें योग द्वारा ही प्राप्त हो सकता है जो हमारे बौद्धिक स्तर को सुधारना है और एकाग्रता मे अपने आप का दर्शन करने का एक अवसर प्रदान करता है जिससे हम अपने आप को नियंत्रित कर सके और नवीन विचारों से पोषित कर सकें।
योग का अभ्यास करने के लिए आज किसी विशेष परिस्थिति की आवश्यकता नहीं है यह इच्छा शक्ति से नियमित अभ्यास के द्वारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करता है ।संपूर्ण विश्व में परमाणु के बारे में बात की जाती है योग हमारे अंदर विद्यमान अणुओं को एकत्रित कर हमें परमाणु जैसी शक्ति प्रदान करता है जिससे हम दुरूह कार्य को भी बड़ी सहजता और सरलता से करने के लिए तत्पर हो सकते हैं। कर्म योग ,ध्यान योग ,ज्ञान योग, भक्ति योग ,हठयोग यह सभी एक उपचार की प्रणाली हैं जिन्हें अपनाकर हम स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मस्तिष्क प्राप्त कर सकते हैं।
” *स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है* ” , हम सभी जानते हैं तो आइए पहल करते हैं प्राणायाम की सांसो को संयमित करने की।
*योग सहेज सांसों का स्पंदन*।
*दूर करें यह सारे क्रंदन*।।
साधना मिश्रा विंध्य
लखनऊ उत्तर प्रदेश