प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान पर तीन से चार दिन पूर्व वन विभाग का चला बुलडोजर

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान पर तीन से चार दिन पूर्व वन विभाग का चला बुलडोजर

वन विभाग के बुलडोजर से लगभग 25 से 30 परिवार हुए बेघर।
गरीबों की खून पसीने की गाढ़ी कमाई चंद घंटों में हुई तबाह।

विजय साहू (ब्यूरो प्रमुख)
ब्यूरो रिपोर्ट/महोबा-
महोबा जिले में योगी सरकार लगातार गरीबों को लाभ पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है ,और कोरोना काल महामारी में गरीबों को तमाम प्रकार की सुविधा भी प्रदान कर रही है, और तो और जिन गरीबों के पास खुद का मकान नहीं है।उसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना भी चलाई जा रही है ,जिससे तमाम गरीब और निर्धन व्यक्तियों उन योजनाओं का लाभ उठा सकें , पर महोबा जिले में इसके उलट वन विभाग के द्वारा गरीबों के मकान तोड़कर किया जा रहा है।वही जब यह गरीब अपनी जीवन की पूंजी इन मकानों पर लगा रहे थे, और मकानों को बना रहे थे , तब बन विभाग कहां था आज जब गरीबों ने अपनी पूंजी लगाकर पक्के मकान बना लिए जब 20 से 30 मकानों को वन विभाग के द्वारा ध्वस्त कर दिया गया है, और तो और इन गरीबों को घर से बेघर भी कर दिया।गौरतलब हो कि जनपद के रामनगर मोहल्ला नवोदय के पीछे लगभग 10 से 20 वर्ष से लगातार वन विभाग की जमीन पर गरीब लोग मकान बनाकर रह रहे थे ,और अपना जीवन यापन कर रहे थे ,कुछ लोगों ने तो चकबंदी करा कर पट्टा भी इस जमीन का सरकार की ओर से कर लिया था और कुछ लोगों ने इस जमीन के कागज दिखाकर बाकायदा प्रधानमंत्री योजना के तहत लोन लेकर पक्के मकान भी निर्माण कर दिए थे ,जिससे एक आशियाना मजबूत हो जाए और जीवन धीरे-धीरे करके गुजर जाए पर योगी सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए वन विभाग के द्वारा 20 से 25 मकान जमींदोज कर दिए हैं, और गरीब व्यक्तियों को हिदायत देते हुए कहा कि यह हमारी सरकारी जमीन है इसलिए हम आपके मकान गिरा रहे हैं और वन विभाग ने 20 से 30 परिवार को घर से बेघर करते हुए तमाम मकान तोड़ डालें है आज वह लोग अपना आशियाना छोड़ किराए के मकान ढूंढते फिर रहे।वही हम आपको बता दें कि योगी सरकार को बदनाम करने के लिए निरंतर जिले के प्रशासनिक अधिकारी गरीब और मजदूरों पर प्रशासन का डंडा घुमाते नजर आते हैं पर सही मायने में प्रशासन के अधिकारी उन लोगों को अपने शिकंजे में नहीं ले पाते हैं जिन्होंने करोड़ों रुपए की तालाबों की जमीन बेचकर करोड़पति हो गए और आज भी तालाबों की जमीन बेचकर करोड़पति हो रहे प्रशासन इन भू-माफियाओं के ऊपर क्यों हंटर नहीं चलाता आखिर जो गरीब 10 से 20 वर्षों से उस जमीन में काबिज थे वन विभाग के द्वारा इनको बेघर कर दिया गया है।अब देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले समय में बड़े भू-माफियाओं के ऊपर प्रशासन का हंटर कब चलता है।

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