आखिर पुलिस अवैध शस्त्रों व अबैध कारतूसों के पीछे का सच जानने से क्यों कर रही परहेज-फिर अबैध शस्त्र धारी आरोपी गिरफ्तार-क्षेत्र में अबैध शस्त्र फैक्ट्रियों के संचालन के चलते अबैध तमंचों के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी
आखिर पुलिस अबैध शस्त्रों व अबैध कारतूसों के पीछे का सच जानने से क्यों कर रही परहेज-फिर अबैध शस्त्र धारी आरोपी गिरफ्तार-क्षेत्र में अबैध शस्त्र फैक्ट्रियों के संचालन के चलते अबैध तमंचों के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी
महोबा/उत्तर प्रदेश में इन दिनों अबैध तमंचों की भरमार है जिसके चलते अबैध तमंचों के साथ अपराधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला लंबे समय से रुकने का नाम नहीं ले रहा है आए दिन एक न एक अबैध असलहा धारी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आता रहता है ।
जो क्षेत्र में अबैध शस्त्र कारखानों के संचालन की ओर इशारा कर रहे हैं किंतु पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करती है किन्तु ये जानने की कोशिश नहीं करती आखिर ये अबैध तमंचे व अबैध कारतूस इन अपराधियों तक कहाँ से पहुँच रहे हैं वर्षों से एक महत्वपूर्ण चिंतनीय विषय होने के वावजूद भी पुलिस इस दिशा में ध्यान देना उचित नहीं समझ रही है वल्कि मीडिया के द्वारा कई बार इस ओर पुलिस का ध्यान केंद्रित करवाने की कोशिश की गई है।
इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में पुलिस के द्वारा आज दिनाँक 02.06.2021 को पुलिस अधीक्षक महोबा श्री अरूण कुमार श्रीवास्तव के कुशल नेतृत्व में चलाये जा रहे अवैध शस्त्रों की बरामदगी व शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी अभियान के तहत प्र0नि0 कुलपहाड़ श्री श्याम प्रताप पटेल द्वारा गठित टीम ने 02 आरोपी (1) मनोज कुशवाहा पुत्र नन्द किशोर कुशवाहा उम्र करीब 20 वर्ष निवासी मुहल्ला आलमपुरा थाना कोतवाली नगर जनपद महोबा, जिसके कब्जे से 01 अदद तमंचा देशी 12 बोर मय 02 अदद जिन्दा कारतूस 12 बोर बरामद हुआ (2) सत्यम सिंह पुत्र हरी शंकर सिंह उम्र करीब 19 वर्ष निवासी मुहल्ला फतेहपुर बजरिया थाना कोतवाली नगर जनपद महोबा, जिसके कब्जे से 04 अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर अवैध बरामद हुआ एवं 01 अदद मोटर साइकिल हीरो सीडी डान सहित ग्राम बागौल तिराहे के पास कस्बा व थाना कुलपहाड़ जनपद महोबा से गिरफ्तार किया गया । जिनके विरूद्ध थाना हाजा पर क्रमशः मु0अ0सं0 128/2021 व 129/2021 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट का मामला पंजीकृत कर मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया गया । बरामद मोटरसाइकिल को अन्तर्गत धारा 207 MV. ACT में सीज किया गया ।
किन्तु अबैध तमंचों का मायाजाल कहाँ से संचालित है ये जानने की कोशिश पुलिज़ ने पूर्व की भांति नहीं की।