समाज का कैंसर नशा
प्रभु पग धूल।
दिनांक-31-5-2021.
विषय-समाज का कैंसर नशा।
वर्तमान में आज-कल नये नये नशा करने का चलन हो गया है।
हमारी युवा पीढ़ी ज्यादा ही इस ओर जा रही है।
हुक्का लाउंज बार चल रहे हैं युवाओं का रुझान इस तरफ ध्यान जा रहा है।क्लब में आजकल नशा करने की और बढ़ावा दिया जा रहा है। गांजा चरस,अफीम ये देशी नशा है अब तो हैरोइन और कौन-कौन से नशा आधुनिकता का ढोंग कर परोसा जा रहा है।
युवा पीढ़ी ज्यादा इस में लिप्त है। ये सब खान पान का गलत व्यबहार के कारण शरीर में नयी नयी बीमारी जन्म लेरही है।
कैंसर सिगरेट पीने और गुटका तंबाकू खाने से पनप रहा है। गुटका तंबाकू पर रोक वैन लगी है फिर भी चोरी छिपे बेचा जाता है। आजकल मुंह का कैंसर बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है।अब इस पर ध्यान देने की जरूरत है। सबसे पहले माता पिता ही अपने बच्चों का ध्यान रखें। गुटका तंबाकू पर सरकार सख्त कार्रवाई करें।साथ ही समाज के अंदर फैली कुभावना छोड़ना होगा।सब मिलकर कदम उठाए तो मुश्किल नहीं है। पहले घर से ही रोक लगे फिर अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखें एक दूसरे की मदद करें।साफ सफाई और स्वच्छता अभियान में शामिल होना चाहिए। अपने से ही समाज बनता है।नशा मुक्ति अभियान चलायें। कैंसर जैसी बीमारी के बारे में जानकारी लें और दें।समाज हितग्राही बनें। देश में जन जागरण की लहर भरें।
स्वरचित लेख।
तृप्ता श्रीवास्तव।