कोविड गाइडलाइन को ताक में रखकर मुढारी गांव में लगी हाट बाजार
कोविड गाइडलाइन को ताक में रखकर मुढारी गांव में लगी हाट बाजार
ब्यूरो रिपोर्ट/महोबा- विजय साहू (ब्यूरो प्रमुख)
कुलपहाड़ थाना क्षेत्र के मुढ़ारी गांव की हाट बाजार में कोरोना जाए भाड में यह बात मुढ़ारी वासियों ने पूरी तरह से सिद्ध कर दी कि जो लोग बुंदेलखंड में कहावत के तौर पर कहां करते हैं कि जो होना हो सो हो ही जाए भाड़ में जाए हम तो ऐसा करके ही रहेंगे ठीक उसी तरह से कई वर्षों से मुढ़ारी गांव के हटवारा मोहाल में दिन सोमवार और शुक्रवार को हाट बाजार लगाकर सब्जी, चाट के ठेले और कई विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की बिक्री करने हेतु दूर दराज एवं गांव के दुकानदार आते थे ठीक उसी प्रकार से आज भी इस भीषण महामारी के चलते हुए महीनों से बाजार लगाने के पुराने रीति रिवाज और परम्परा को अपना रहे हैं और आज भी ज्यों का त्यों रूप दिए हुए हैं। जबकि इस समय भी हजारों की तादाद में ग्रामवासी बाजार में इकठ्ठा होकर बिना मास्क लगाए और बगैर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शासन प्रशासन के नियमो की खुले आम धज्जियां उड़ा रहे हैं। वहीं एक तरफ विभिन्न शहरों से प्रवासी मजदूरों का ग्रामीण अंचलों में एवं मुढ़ारी में प्रतिदिन तेजी से आवाजाही बनी हुई है।जिससे हर व्यक्ति अपनी रोजमर्रा की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु भागदौड़ में लगा हुआ है।और भीड़ भाड़ वाले इलाकों जैसे कि बाजार, सादियों एवं अन्य कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर एक दूसरे के संपर्क में आ रहे है।वहीं लोग महामारी को दावत देकर अन्य व्यक्तियों को चपेट में लेने की संभावनाएं बढ़ा रहे हैं। जबकि इस समय उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले एवं शहरों और गावों में बाजार लगाने की प्रशासन ने अनुमति प्रदान नहीं की है।लेकिन मुढ़ारी का बाजार दिन प्रतिदिन एक बड़े बाजार का रूप धारण करता जा रहा है।जिसके चलते यहां आसपास के कई गांव के लोग आकर झुंड के रूप में एकत्रित हो रहे हैं।अतः यहां के हालात और तस्वीर देखकर ये महसूस होता है कि इस गांव में लॉक डाउन लगा ही नहीं है।