सुगिरा जुगल किशोर जु मूर्ति काण्ड 20 वर्षों से अधिक बीतने के बाद खुला नहीं कि -आज फिर मुढ़ारी के धनुषधारी मंदिर से अष्ट धातु की अनमोल मूर्तियों की चोरी हुई-चोर मूर्तियां छोड़ हुआ फरार-सेटिंग की चैन मजबूत-मुम्बई मूर्ति तस्कर की संलिप्तता की चर्चा जोरों पर
विजय साहू नेटवर्क टाइम्स
सुगिरा जुगल किशोर जु मूर्ति काण्ड 20 वर्षों से अधिक बीतने के बाद खुला नहीं कि -आज फिर मुढ़ारी के धनुषधारी मंदिर से अष्ट धातु की अनमोल मूर्तियों की चोरी हुई-चोर मूर्तियां छोड़ हुआ फरार-सेटिंग की चैन मजबूत-मुम्बई मूर्ति तस्कर की संलिप्तता की चर्चा जोरों पर
महोबा/उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में मुम्बई मूर्ति तस्करों व क्षेत्रीय मूर्ति चोरों की मिली भगत के चलते मूर्ति चोरी की घटनाओं की चैन करीब 20 वर्षों से आज तक टूटने का नाम नहीं ले रही है ।सुगिरा जुगल किशोर जु मूर्ति कांड धनुष धारी मंदिर सुगिरा मूर्ति काण्ड व सुगिरा रविवार बाजार प्रांगण स्थत मंदिर मूर्ति काण्ड को हुए कई वर्ष बीत चुके हैं किंतु आज तक जिम्मेदारों की व मूर्ति तस्करों की सेटिंग के चलते आज भी जुगल किशोर जु मूर्ति काण्ड सुगिरा रहस्य मयी बना हुआ है।
इतना ही नहीं सेटिंग की चैन में घूम रहे भ्रष्ट अफसरों ने तो जन सूचना अधिकार से मांगे गए जवाब में स्पष्ट लिख दिया की कोई भी मूर्ति चोरी काण्ड सुगिरा में नहीं हुआ जो जिम्मेदारों की मिली भगत की पुष्टि करता है।
इसी क्रम में आज महोबा जनपद के मुढ़ारी गांव में मूर्ति चोर भगवान सिंह लोधी ने गांव में स्थित श्री धनुषधारी मंदिर को निशाना बनाते हुए अष्ट धातु की मूर्तियों को चोरी कर लिया किन्तु ग्रामीणों ने उसे मूर्ति सहित पकड़ लिया इसके बाद मूर्ति चोर भगवान सिंह लोधी मूर्तियों को छोड़ कर लोगों को चकमा देकर भाग गया व जाते जाते पुजारी को जान से मारने की धमकी भी मूर्ति चोर के द्वारा दी गयी है।
इसी क्रम में आपको बता दें कि की अंतरराष्ट्रीय मूर्ति चोरों की सेटिंग की चैन जिम्मेदार अफसरों व क्षेत्रीय चोरों से जुड़ी हुई है जिसके चलते ये मूर्ति चोर महोबा की अनमोल प्राचीन अष्ट धातु व हीरों से सुसज्जित मूर्तियों को चोरी करवा लेते हैं और इन मूर्तियों की तस्करी दूर दराज के शहरों में करते हैं।ये मूर्ति तस्कर जिम्मेदार अफसरों व चोरों को इन मूर्ति चोरी करने के एवज में भारी भरकम धनराशि देते हैं जिसके फलस्वरूप 20 वर्ष बीतने के वावजूद भी मूर्ति चोरी की घटनाएं आज भी कानून के हाथ बौने सावित करते हुए रहस्य मयी बनी हुई हैं।पिछली चोरियों का खुलाशा हो नहीं पाता कि नई मूर्ति चोरी की घटनाएँ प्रकाश में आ जातीं हैं।
आपको ज्ञात हो कि बीते कुछ समय पूर्व सुगिरा गांव में श्री धनुष धारी मंदिर सुगिरा में मूर्ति चोरी की घटना को मूर्ति चोरों द्वारा अंजाम दिया गया था इस दौरान मूर्ति चोरों की आपसी बातचीत के कुछ वीडियो वायरल हुए थे जिनको मीडिया के द्वारा सार्वजनिक किया गया था जिसमें चोरों की आपसी बातचीत से किसी मुम्बई के मूर्ति तस्कर की संलिप्तता व सौदेवाजी की पुष्टि हो रही थी किन्तु सेटिंग की चैन में बँधे भ्रष्ट अफसरों ने इस पर कोई गौर नहीं किया यदि समय रहते जिम्मेदारों ने इस दिशा में गौर किया होता तो आज सुगिरा जुगल किशोर जु मूर्ति काण्ड व अन्य क्षेत्रीय मूर्ति काण्ड अनबूझी पहेली न रहते किन्तु इस पर गौर करना तो दूर जब आर टी आई कार्यकर्ता ने इन मूर्ति कांडों की जानकारी महोबा पुलिस से सूचना अधिकार के तहत मांगी तो पुलिस ने सारी मूर्ति चोरी की घटनाओं की लीपा पोती कर दी और लिख कर जवाब दिया कि सुगिरा में जुगल किशोर जु मूर्ति काण्ड हुआ ही नहीं साफ साफ लिख दिया सुगिरा में कोई मूर्ति चोरी की घटना नहीं हुई ।
सेटिंग की चैन इतनी मजबूत है कि टूटने का नाम नहीं ले रही है।
जिसके चलते आज फिर एक मूर्ति चोरी की घटना मुढ़ारी गांव में उभरकर सामने आ ही गयी जिसमें चोर अष्ट धातु की मूर्ति छोड़ कर पुजारी को जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गया।
यदि समय रहते इन रहस्यमय मूर्ति काण्डों की उच्च स्तरीय जांच नहीं करवाई गई तो ये सेटिंग की चैन में घूम रहे भ्रष्ट अफसर व मूर्ति चोर जिले की अमूल्य प्राचीन मूर्तियों का नामो निशान मिटा देंगे ।