*लम्हे फुर्सत के आएं तो, रंजिशें भुला देना दोस्तों,*।। *किसी को नहीं खबर कि सांसों की मोहलत कहाँ तक है

*सम्पादकीय*
✍️जगदीश सिंह सम्पादक✍️
*लम्हे फुर्सत के आएं तो, रंजिशें भुला देना दोस्तों,*।।
*किसी को नहीं खबर कि सांसों की मोहलत कहाँ तक है ॥*
पता नहीं इस दौर में जीवन सुरक्षित रह पायेगा या नहीं? आज है कल का क्या पता? जिस तरह‌ से दम तोडती जिंदगियों का रेला लगा हुआ है ,श्मशान घाटों कब्रिस्तानों में लाशों का मेला लगा हुआ है, उससे तो कल का भरोसा नहीं ।गजब का मौसम है।कब जीवन का खेला खतम हो जाये कब मौत की सुनामी आ जाये ठीकाना नही‌ है। जिन्दगी मौत न बन जाय सम्हालो यारों। हालात बद से बद्तर होता जा रहा है।गजब का अन्धड चल रहा जीवन का हर पल खौफ में पल रहा है। मौत मुस्करा रही है आफत अट्टाहास कर रही है।मौसम का मिजाज बिगड़ता जा रहा है इन्सानी बस्तियों का दायरा सिकुड़ता जा रहा है। सड़कें विरान है एक दुसरे से सशंकित इन्सान है। जिन्दगी की जंग में हर कदम पर हारता आदमी करोना के गुरिल्ला हमला से तंग है। छद्म भेसी करोना की पहचान मुश्किल हो गया है।हर पल छल कर रहा है। शहरों में कोहराम है गांव देहात में तो बस भरोसा राम है।दवा दुआ अस्पताल सब बेहाल। लूट मची है किसी का जीवन आखरी सफर पर निकला है तो वहीं नीजी अस्पताल इस‌ महामारी में भी हो रहे हैं माला माल।करोना‌ के कहर ने गांव हो या शहर सबको तबाह किया है। मानवता के विनाश का खेल शुरु हो चुका है। लाशों का अम्बार ,ठप्प होता जा रहा है सारा कारोबार, खेत खलिहान हो या राज दरबार दहशत हर जगह पसरी है। सभी सदमे में करोना रुप बदल रहा है बार बार।
केंद्र सरकार ने 1 मई 2021 से 18 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए ।महामारी की बढ़ती ताकत से अवाक सरकार वैक्सीन लगाने का काम तेज करने का आदेश दिया है।अब अठ्ठारह साल के युवाओं को पहली म ई से वैक्सीन लगना शुरु हो जायेगा। सरकार ने कहा अभी लाकडाउन नहीं, हमें जीवन और जीविका दोनों बचानी है।हाईकोर्ट ने दिया फैसला कि लखनऊ सहित पांच शहरों में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन, लगाया जाए। उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में यूपी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि अभी लॉक डाउन नहीं लगेगा। अवगत कराया है कि प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़े हैं और सख्ती कोरोना के नियंत्रण के लिए आवश्यक है। इसके लिए सरकार ने कई कदम उठाए है, आगे भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जीवन बचाने के साथ गरीबों की आजीविका भी बचानी है। अतः शहरों में संपूर्ण लॉक डाउन अभी नहीं लगेगा, लोग स्वतः स्फूर्ति से भाव से कई जगह बंदी कर रहे हैं। कोर्ट के आदेश पर गंभीरता से विचार करने के बाद कोई फैसला लिया जाएगा।। दिन पर दिन बिगडते हालात में तमाम सवालात भी उभर कर सामने आ रहे हैं । सम्पूर्ण लाक डाउन लगे न लगे लेकिन करोना लगातार बीकेट डाउन कर रहा है। लाशों के सैलाब को देखकर भी आदमी अब नहीं डर रहा है।आदत सी पड़ती जा रही‌ यह‌ हर कोई मान लिया है जो होना है होकर रहेगा।
फिर भी कोरोना महामारी है सावधान रहें। सतर्क रहें। जिन्दगी अनमोल है। दुबारा फिर ना मिलेगी। किसी फील्म की ये लाइनें आज बार बार याद आ रही है।*गा लो बजा‌ लो मुस्करा लो साथियों* कौन जाने कल कोई साथी छूट जाय*।
जयहिंद🙏🏻🙏🏻
जगदीश सिंह –7860503468

रिपोर्ट नीरज जैन पत्रकार स्वयं सहायता समूह द्वारा प्रेषित

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