स्वतंत्रता के 75वर्ष पूरे होने के मौके पर दीनदयाल उपाध्याय कौशल्य योजना के तहत देश भर में एलुमनी मीट का आयोजन किया गया

स्वतंत्रता के 75वर्ष पूरे होने के मौके पर दीनदयाल उपाध्याय कौशल्य योजना के तहत देश भर में एलुमनी मीट का आयोजन किया गया

आजीविका प्लेसमेंट-लिंक्ड कार्यक्रम को वैश्विक मापदंडों पर तैयार करने के अपने महत्वकांशी प्रयास के साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को 25 सितंबर 2014 को दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के नाम से शुरू किया था। यह योजना देशभर में प्लेसमेंट-लिंक्ड कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसे भारत सरकार का ग्रामीण विकास मंत्रालय चलाता है।

यह कार्यक्रम वर्तमान में 27 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यान्वित किया जा रहा है। 1822 परियोजनाओं में 2198 से अधिक प्रशिक्षण केंद्रों में इसे चलाया जा रहा है। 839 परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों (पीआईए) के साथ साझेदारी में ​​56 क्षेत्रों में प्रशिक्षण का संचालन किया जा रहा है। 600 से अधिक कार्य-भूमिकाओं में कौशल विकास का कार्य चल रहा है। वित्त वर्ष 2020-21 में 28,687 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है और 49,396 उम्मीदवारों को 31 मार्च 2021 तक नौकरी भी प्राप्त हो चुकी है। स्थापना के बाद से कुल 10.81 लाख उम्मीदवारों को 56 क्षेत्रों में और 600 ट्रेड्स में प्रशिक्षण प्राप्त हो चुका है और 6.92 लाख (31.03.2021 तक) को नौकरी मिल चुकी है।

इस योजना की एक और खासियत यह भी है कि यहां पूर्व छात्रों से मिलने का मौका एलुमनी मीट के जरिए प्राप्त होता है। इस कार्यक्रम में पूर्व छात्रों से मौजूदा छात्रों की बातचीत होती है जहां वे अपने अनुभवों को मौजूदा छात्रों से बांटते हैं। इस दौरान प्लेसमेंट, करियर के लक्ष्यों, रोजगार पाने से संबंधित चुनौतियों, प्रशिक्षण की जरूरतों और इससे होने वाले लाभ के बारे में खुलकर बातचीत होती है। पूर्व प्रशिक्षुओं में से कुछ को उनके कार्यस्थलों पर उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए आयोजनों में सम्मानित किया जाता है।

‘अमृत महोत्सव’ समारोहों के एक भाग के रूप में, देश भर में करीब 119 एलुमनी मीट का आयोजन 5 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच किया गया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इनका आयोजन भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर काफी उत्साह के साथ किया है। 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों ने अखिल भारतीय आयोजन को एक शानदार सफलता बनाने के लिए विभिन्न परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया।

‘अमृत महोत्सव’ समारोह के एक भाग के रूप में, पचास से अधिक परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियां पूर्व प्रशिक्षुओं तक पहुंचीं जिन्हें डीडीयू-जीकेवाई केंद्रों में विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण के बाद सफलतापूर्वक नौकरी प्राप्त हुई हैं। एलुमनी मीट का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पीआईए केंद्रों पर हुआ, जहां कोविड-19 संबंधी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूर्णत: पालन हुआ। इन आयोजनों में ‘कोवि़ड संबंधी उपयुक्त व्यवहार’ के साथ-साथ पात्र व्यक्तियों के टीकाकरण पर भी जोर दिया गया। केरल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, बिहार, असम आदि राज्यों में अधिकतम संख्या में कार्यक्रम आयोजित किए गए।

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