अखिल भारतीय प्रवासी श्रमिक सर्वेक्षण और प्रतिष्ठान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) पर क्षेत्रीय आधार पर गणना करने वालों, पर्यवेक्षकों/राज्य सरकार के अधिकारियों/ राज्य नोडल अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम

अखिल भारतीय प्रवासी श्रमिक सर्वेक्षण और प्रतिष्ठान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) पर क्षेत्रीय आधार पर गणना करने वालों, पर्यवेक्षकों/राज्य सरकार के अधिकारियों/ राज्य नोडल अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम

श्रम ब्यूरो, श्रम मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रतिष्ठान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) और अखिल भारतीय प्रवासी श्रमिक सर्वेक्षण नाम के दो सर्वेक्षणों के लिए 1 अप्रैल, 2021 से क्षेत्रीय कार्य का पहला चरण शुरू कर दिया है।

ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टैंट्स इंडिया लिमिटेड (बेसिल) इन अखिल भारतीय सर्वेक्षणों को कराने में श्रम ब्यूरो को आईटी के साथ ही मानव संसाधन सहयोग उपलब्ध करा रही है। टैबलेट्स/सीएपीआई के माध्यम से ये अखिल भारतीय सर्वेक्षण कराने के लिए बड़ी संख्या में क्षेत्रीय आधार पर गणना करने वालों और पर्यवेक्षकों की आवश्यकता होगी। ये पर्यवेक्षक और गणना करने वाले देश भर से नियुक्त किए गए हैं। इन सर्वेक्षणों को प्रभावी, सुगम और सफल बनाने के लिए, जांचकर्ताओं और पर्यवेक्षकों के प्रशिक्षण का खासा महत्व है।

हालांकि, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर श्रम ब्यूरो ने हाल में शुरू किए गए दो सर्वेक्षणों – अखिल भारतीय प्रवासी श्रमिक सर्वेक्षण और प्रतिष्ठान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) के लिए नियुक्त राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेश के 900 से ज्यादा पर्यवेक्षकों/ गणना करने वालों को 13 अप्रैल, 2021 से 15 अप्रैल, 2021 के दौरान तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन 13 अप्रैल 2021 को श्रम ब्यूरो के महानिदेशक (डीजी) श्री डीपीएस नेगी ने किया। उद्घाटन सत्र के दौरान श्रम ब्यूरो के उप निदेशक श्री हरदीप सिंह चोपड़ा और श्रम ब्यूरो के अन्य वरिष्ठ अधिकारी व विषय विशेषज्ञ (एसएमई) उपस्थित रहे।

श्री नेगी ने देश में कामगारों पर केन्द्रित नीतियों के निर्माण के क्रम में भारत सरकार के लिए इन सर्वेक्षणों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने देश में कामकाजी वर्ग की बेहतरी के लिए सरकार के इरादे और ऐसी नीतियां बनाने के लिए डेटा की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों के साथ संवाद किया और उन्हें अखिल भारतीय सर्वेक्षणों के लिए प्रशिक्षण के महत्व के बारे में भी बताया।

पूरा प्रशिक्षण कार्यक्रम दो भागों यानी डेढ़-डेढ़ दिन में विभाजित किया गया है। पहले भाग में, अखिल भारतीय प्रवासी कामगार सर्वेक्षण पर प्रशिक्षण 13 अप्रैल 2021 से 14 अप्रैल 2021 (दोपहर) तक और दूसरे भाग में प्रतिष्ठान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) का प्रशिक्षण 14 अप्रैल 2021 की दोपहर से 15 अप्रैल 2021 तक दिया गया।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नवीनतम आईटी टूल्स के इस्तेमाल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संचालित किया गया। वीसी लिंक से प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए संबंधित राज्यों से नामित राज्य सरकार के अधिकारियों सहित 900 से ज्यादा प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया था।

अनुभवी प्रशिक्षकों विषय विशेषज्ञों (एसएमई) और श्रम ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा यह प्रशिक्षण दिया गया था।

•    अखिल भारतीय प्रवासी कामगार सर्वेक्षण के लिए, श्री अमिताभ पांडा, श्री दीपक कुमार, सुश्री आयुषी मिश्रा और सुश्री श्रेया दीक्षित प्रशिक्षक थे।

•    प्रतिष्ठान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण के लिए श्री राकेश कुमार, श्री गौरव भाटिया, श्री मान इंदर कुमार और डॉ. श्वेता जाला प्रशिक्षक थे।

प्रशिक्षण में मुख्य रूप से प्रतिभागियों को जागरूक करने और श्रम ब्यूरो, सर्वेक्षणों के लक्ष्य और उद्देश्य, सर्वेक्षण कराने की विधि और विवरण, सर्वेक्षण के दौरान भूमिकाओं और जिम्मेदारियों, सर्वेक्षण में शामिल पक्षधारक, सर्वेक्षणों में इस्तेमाल की गईं अवधारणाओं व परिभाषाओं पर जोर दिया गया था। इसके अलावा, प्रशिक्षणों ने प्रक्रिया और लिस्टिंग शिड्यूल भरने, हेमलेट ग्रुप फॉर्मेशन, एसएसएस फॉर्मेशन और विस्तृत शिड्यूल भरने की प्रक्रिया के बारे में बताया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम खासा सफल रहा और इसमें 900 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल हुए थे व तीनों दिन उनकी सक्रिय भागीदारी रही। श्रम ब्यूरो के डीजी के समापन भाषण के साथ यह समाप्त हो गया।

ये प्रशिक्षित प्रगणक और पर्यवेक्षक आगामी कुछ दिनों में भारत के सभी राज्यों में काम शुरू कर देंगे। त्रैमासिक रोजगार (क्यूईएस) की पहली रिपोर्ट जुलाई, 2021 में और प्रवासी सर्वेक्षण की रिपोर्ट नवंबर, 2021 में आने का अनुमान है।

अखिल भारतीय प्रवासी कामगार सर्वेक्षण प्रवासी कामगारों पर विशेष जोर के साथ आंतरिक प्रवासियों वाले घरों का सर्वेक्षण है। इस सर्वेक्षण में, कोविड-19 महामारी के विशेष संदर्भ के साथ प्रवासी कामगारों की जनसंख्या, सामाजिक-आर्थिक और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर आंकड़ों का संग्रहण किया जाएगा, जिसका उद्देश्य प्रवासी कामगारों पर महामारी के असर को समझना है। इससे सरकार प्रवासी कामगारों के लिए प्रमाण आधारित नीतियां बनाने में सक्षम हो जाएगी। सर्वेक्षण का एक हिस्सा भारत में प्रवासी कामगारों पर कोविड-19 के प्रभाव को समझने का प्रयास भी करता है।

प्रतिष्ठान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) को सभी प्रतिष्ठानों से तिमाही आधार पर रोजगार डेटा के संग्रह के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है। इससे प्रतिष्ठान आधारित रोजगार सर्वेक्षण के रूप में तैयार किया गया है, जो श्रम बाजार में मांग के हालात के लिए अनुमान उपलब्ध कराएगा।

एक्यूईईएस के दो भाग हैं, जिनमें एक तिमाही रोजगार सर्वेक्षण (क्यूईएस) है और दूसरा क्षेत्र संबंधित प्रतिष्ठान सर्वेक्षण (एएफईएस) है। एक्यूईईएस के अंतर्गत तिमाही प्रतिष्ठान सर्वेक्षण (क्यूईएस) 10 या ज्यादा कामगारों वाले प्रतिष्ठानों के लिए रोजगार अनुमान उपलब्ध कराएगा। क्षेत्र संबंधित प्रतिष्ठान सर्वेक्षण (एएफईएस) को एक्यूईईएस के भाग के रूप में श्रम कल्याण नीति के निर्माण को आसान बनाने के उद्देश्य से पेश किया गया था, जो 9 या उससे कम कामगार भर्ती करने वाले प्रतिष्ठानों के लिए रोजगार अनुमान उपलब्ध कराएंगे।

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