आता जो दर शैल पुत्री के , बनते बिगड़े काम।
सरसी छंद पर आधारित
16-11 अंत 21
जोगीरा सारा रारा रा
विषय-श्री माँ शैल पुत्री जी
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आता जो दर शैल पुत्री के ,
बनते बिगड़े काम।
माता जी की गोदी खेलें,
बढ़ते जग में नाम।।
जोगीरा सारा रारा रा-2
अंधों को माँ नैना देतीं,
देखें सकल जहान।
रोशन ज्ञान दीप उर करतीं,
होते जगत महान।।
जोगीरा सारा रारा रा-2
पूत निपूतों को देतीं हैं,
होती जय जय कार।
हीरे मोतीं निर्धन पाते,
हरतीं हैं भू भार।।
जोगीरा सारा रारा रा-2
जगत सजा है तुमसे जननी,
नभ में दमके भान।
चाँद चमकता चम चम नभ में,
माँ ही सबकी जान।।
जोगीरा सारा रारा रा-2
प्रभुपग तुमको शीश झुकाते,
करते हैं गुण गान।
इक पल को मत दूर करो माँ,
करते पद रज पान।।
जोगीरा सारा रारा रा-2
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प्रभुपग धूल
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश