तेरी है माँ आशा, दौड़ी दौड़ी आना।

विद्याधारी छंद
12 वर्ण
मापनी-222 222,
222 222
पिंगल सूत्र- म म म म
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1-
तेरी है माँ आशा,
दौड़ी दौड़ी आना।
माँ से पाई वाणी,
गाना माँ के गाना।।
लीला माँ की न्यारी,
मा ही देती खाना।
टालें आके पीड़ा,
ऐ है जाना माना।।
2-
दीजे मीठी वाणी,
कीजे माता ज्ञानी।
तू ही है माँ काली,
तू ही है माँ रानी।।
झोली मेरी खाली,
पीड़ा तेरी जानी।
माता रानी भोली,
माता तू है दानी।।
3-
गंगा की माँ धारा,
माँ ने पापी तारे।
हाथों में है वीणा,
वेदों को माँ धारे।।
पीछे पीछे डोलें,
तेरे बेटा सारे।
काले मेघा टाले,
पापी भारी मारे।
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प्रभु पग धूली
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश

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