आओ मेरे पास प्यारे विहारी। कान्हा मेरे खास न्यारे मुरारी।।
🥀शालिनी छंद आधारित
गीतिका काव्य🥀
(222 221 221 22)
1-
आओ मेरे पास प्यारे विहारी।
कान्हा मेरे खास न्यारे मुरारी।।
टालो पीड़ा श्याम आके हमारी।
गाते गाथा देख सारे तुम्हारी।।
देखा है मैने यहाँ का नजारा।
तू ही है सारे जहाँ का सितारा।।
लीला है तेरी बड़ी ही निराली।
तेरी है आशा बनो श्याम माली।।
आतीं हैं यादें अरे श्याम तेरीं।
कालीं ऐ रातें छटें राम मेरीं।।
आएँ जो कान्हा बने काज मेरा।
आए हैं द्वारे मिले राग तेरा।।
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🥀प्रभुपग धूल🥀