महोबा व हमीरपुर उच्च स्तरीय चिकित्सा से कोशों दूर-कानपुर व झांसी के डॉक्टर मरने के बाद ही मिलते हैं
महोबा व हमीरपुर उच्च स्तरीय चिकित्सा से कोशों दूर-कानपुर व झांसी के डॉक्टर मरने के बाद ही मिलते हैं
महोबा/उत्तर प्रदेश के महोबा हमीरपुर क्षेत्र में उच्च स्तरीय चिकित्सा व्यवस्था न होने के चलते लोगों को जिंदगी और मौत से लड़ना पर रहा है ।
यदि कोई मरीज गंभीर रूप से बीमार हो जाए या एक्सीडेंट हो जाए तो उसे डॉक्टरों की उच्च स्तरीय सेवा झाँसी ग्वालियर कानपुर से पहले नहीं मिलती अब तक न जाने कितने लोगों की जान समय से चिकित्सा न मिलने के चलते हो गयी है।
इसी मजबूरी का फायदा उठाते हैं कानपुर व झाँसी के लुटेरे डॉक्टर जो एक तो मरीज को भिखारी बना देते हैं तो वहीं समय से इनके दर्शन भी नहीं होते सबसे बुरा हाल तो गैस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल कानपुर स्वरूप नगर का है जहाँ आपको डॉक्टर के दर्शन मरने के वावजूद ही मिलते हैं।
यानी कि दिन भर इंतजार के बाद ही इनके दर्शन होते हैं और फिर इन्हें पता लग जाए की ये बुंदेलखंड के हमीरपुर महोबा के मरीज हैं फिर तो इन्हें इतनी प्रतीक्षा करवाई जाती है कि शाम हो जाए फिर इनको भर्ती करके लूटा जाए ।
आखिर लोग कहाँ तक सहन करें इन भूखे दानव डॉक्टरों के माया जाल में फस कर अपनी दो वक़्त की रोटी भी खो बैठते हैं।
तंगहाली गरीबी वेरोजगारी की मार से दबा हुआ मनुष्य सब कुछ वरवाद होने के वाद करे भी क्या जीने से भी क्या फायदा इसी कारण अनेकों लोग तो आत्म हत्या तक कर लेते हैं।