जग को अमरत्व दान करता गंगा का पानी है,

मुक्तक

जग को अमरत्व दान करता गंगा का पानी है,
यह भारत की सभ्यता अरु संस्कृति की निशानी है।
माँ गंगा साक्षात भवानी दुर्गा का है उज्ज्वल रूप,
नरेश भगीरथ के तप की एक अमिट कहानी है।।

औषधीय तत्वों से पूरित यह जल अनुपम निर्मल है।
जग को है अमरत्व दान करता गंगाजल सविमल है।
जीवन प्रदायिनी गंगा का,मधुर सरस् है जल निर्मल,
चन्दन सी शीतल, उज्ज्वल सी प्रेम पियूषा परिमल है।।

प्रीति चौधरी “मनोरमा”
जनपद बुलन्दशहर
उत्तरप्रदेश
मौलिक एवं अप्रकाशित

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