शराब एक श्राप-सत्य लघु कथा
🥀सत्य लघुकथा🥀
शीर्षक-
शराब एक श्राप
#राठ हमीरपुर
हिंदुस्तान के उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जनपद के राठ क्षेत्र में धनौरी नाम का एक गांव है जहाँ लोग खेती किसानी से दो वक्त की रोटी कमाते तो कोई मजदूरी से या छोटे मोटे कारोवार से दो वक्त की कमाते थे इसी गांव में कुछ लोग करोड़ पति बनने के चक्कर में अबैध शराब का कारोवार करने लगे जिसके चलते लोग निरंतर शराब की लत के शिकार होने लगे सुबह शाम गलियों में गाली देना व आतंक मचाना आम हो गया धीरे धीरे समय बीतता गया और गांव का ही एक युवक चंद्र शेखर गांव में शराब मिलने के चलते शराब का आदि हो गया और गलियों में लड़ाई झगड़ा करता रहता ।
इसी क्रम में एक दिन चंद्र शेखर व मुल्लू (काल्पनिक)प्रमोद (काल्पनिक)रामू व कल्लू (काल्पनिक)गांव के ही एक चौराहे पर मिले और एक दूसरे से मिलकर बेहद खुश हुए तभी मुल्लू बोला आज तो मौसम बड़ा रंगीन नजर आ रहा तो प्रमोद रामू कल्लू ने भी जोर जोर से हसते हुए बोले भाई तुमने बात तो सही कही आज थोड़ी थोड़ी हो जाए तो मजा आ जाए बस क्या चारों दोस्तों ने एक शराब के ठिकाने पर जी भरके शराब पी और गांव की मुख्य सड़क पर जाकर दुकान दारों से अभद्रता करने लगे तो दुकानदारों ने उन्हें डाट डपट कर भगा दिया जिस पर चंद्र शेखर के मन में वदले की भावना पनपने लगी फिर क्या शराब के नशे में धुत्त चंद्रशेखर कुल्हाड़ी लेकर गया और सड़क किनारे दुकान के बाहर पड़े तखत पर पिंटू नाम का युवक सो रहा था जिससे उसकी कोई रंजिश नहीं थी शराब के नशे में वह अपने शत्रुओं को नहीं पहिंचान सका और शराब के नशे में उसने निर्दोष व्यक्ति पिंटू की कुल्हाड़ी से मार कर हत्या कर दी जब इसकी सूचना पुलिस को लगी तो पुलिस ने कातिल शराबी चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया व जेल भेज दिया।
अब वह जेल की चक्की पीस रहा है तो शराब ने एक निर्दोष की जान ले ली।
इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है कि हमें नशे से दूर रहना चाहिए नशे के आवेश के चलते जहाँ चंद्र शेखर ने धोखे से शत्रु की जगह निर्दोष व्यक्ति को मार दिया तो वहीं नशे ने उसे जेल की सलाखों के पीछे भी भेज दिया।
इस तरह शराब किसी श्राप से कम नहीं।