जग में गजब हैं विधि कीं ऐ रचना। सुत जन्मे हैं वीर्य बिना ग्रंथों में पढ़ना।

तर्ज-
दिल है हमारा जो आहें न भरता-
विषय-बिना वीर्य के पुत्र
🥀कीर्तन गीत🥀
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जग में गजब हैं विधि कीं ऐ रचना।
सुत जन्मे हैं वीर्य बिना ग्रंथों में पढ़ना।
जग में गजब हैं—
न कहें बातें झूठीं ये सबकीं हैं जानी।
बिना वीर्य लालन पीते गर्भ पानी।।
महा भारत की गाथा ऐ आकर नजरना।
जग में गजब हैं—
रामायण में खोजो बिना वीर्य लालन।
ये सबसे बड़े हैं नहीं देंन साजन।।
न जाना भटक तुम,
कहानी परखना।
जग में गजब हैं—
धृत राष्ट्र पांडु विदुर बिना वीर्य देखो।
न्यारे कौरव सौ भी बिना वीर्य लेखो।।
न जाना अटक तुम,
जरा तू निरखना।
जग में गजब हैं–
राम लखन हनुमत भी बिना बीज कहना।
आज हमें प्रभुपग के बिना नहीं रहना।।
कहानी गजब है,
जरा अब समझना।
जग में गजब हैं—
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🥀प्रभुपग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश

 

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