रंग बिरंगे रंग हैं, छाए सबके अंग।
🥀दोहा मुक्तक🥀
विषय-होली रंग
1-
रंग बिरंगे रंग हैं,
छाए सबके अंग।
रंग गुलाबी शान है,
सबसे प्यारा रंग ।।
रंग हरा मत भूलना,
समझो जग की जान।
श्वेत रंग तन धारना,
इसका राज दबंग।।
2-
जागो मेरे वीर अब,
कर में लो तलवार।
मारो वैरी बीन कर,
खाली कर मत वार।।
जान गमाना देश पर,
खेलो होली खून।
हाथ तिरंगा थाम लो,
मानो अब मत हार।।
3-
होली खेलें लाल रण,
देते हमको चैन।
जागें सारी रात ऐ,
नींद नहीं है नैन।।
होली खेलो झूम के,
देते हैं आशीष।
प्रभुपग प्यारे वीर है,
टाली वैरन रैन।।
💥🌼💥🌼💥
🥀प्रभुपग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश