पर्यटन मंत्रालय ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए अभियान शुरू किए

पर्यटन मंत्रालय

पर्यटन मंत्रालय ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए अभियान शुरू किए

पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए मंत्रालय ने हितधारकों की एक समिति का गठन किया

यह समिति ऐसे नए गंतव्यों एवं पर्यटक स्थलों की पहचान करेगी जहां वह अनिवार्य कुशलता प्रदान करने तथा जागरूकता फैलाने के लिए कार्यशालाएं और सम्मेलन आयोजित कर सके

देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में विविध पर्यटक आकर्षण मौजूद हैं और क्षेत्र का हर राज्य की अपने आपमें एक अलग पहचान है। पर्यटन मंत्रालय पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन के विकास और उसे बढ़ावा देने पर विशेष बल दे रहा है। क्षेत्र में किसी विशिष्ट पर्यटक स्थल या गंतव्य के समुचित विकास के लिए पर्यटन मंत्रालय ‘स्वदेश दर्शन’ और ‘प्रसाद’ जैसी अपनी योजनाओं के तहत पूर्वोत्तर राज्यों को वित्तीय सहायता मुहैया कराता है। इसके तहत पर्यटन अवसंरचना का विकास करने, मेले और उत्सव आयोजित करने, क्षेत्र में पर्यटन संबंधी कार्यक्रम आयोजित करने और प्रचार अभियान चलाने जैसे कार्यो के लिए सहायता देना शामिल है।

पर्यटन मंत्रालय ने डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया जैसे विभिन्न मंचों पर पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए अभियान शुरू किए हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने क्षेत्र में सक्रिय हितधारकों की एक समिति का गठन किया है जो नए गंतव्यों की पहचान करेगी, उन्हें देखने आने वाले पर्यटकों के लिए पर्यटन स्थलों की सूची तैयार करेगी तथा ऐसे स्थलों की पहचान करेगी जहां जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम तथा कार्यशालाएं और सम्मेलन आयोजित किए जा सकें।

इंटरनेशनल टूरिज्म मार्ट (आईटीएम) वह सालाना कार्यक्रम है जिसे पर्यटन मंत्रालय पूर्वोत्त क्षेत्र में इस लक्ष्य के साथ आयोजित करता है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए क्षेत्र की पर्यटन संभावनाओं पर रोशनी डाली जाए और पर्यटकों को इस ओर आकर्षित किया जाए। 2013 से अब तक आईटीएम के 8 संस्करण उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के विभिन्न राज्यों में आयोजित किए जा चुके हैं। अप्रैल 2020 से ‘देखो अपना देश’ अभियान के तहतपर्यटन मंत्रालय ने उत्तर-पूर्वी क्षेत्र समेत विभिन्न पर्यटन स्थलों के संबंध में कई वेबिनार आयोजित किए हैं। इनमें से कुछ वेबिनार तो खासतौर से पूर्वोत्तर क्षेत्र को केंद्र में रखकर आयोजित किए गए। 13 मार्च 2021 को आयोजित किया जाने वाला वेबिनार मुख्य रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र के खान-पान के संबंध में होगा।

पर्यटन मंत्रालय का मुख्य जोर पर्यटन अवसंरचना के विकास और पर्यटक स्थलों के बीच संपर्क कायम करने पर है। ये दोनों तत्व इस क्षेत्र में मुख्य भूमिका निभाते हैं। भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय ने क्षेत्रों को जोड़ने की एक योजना (आरसीएस) शुरू की है जिसे ‘उड़े देश का आम नागरिक’ (उड़ान) नाम दिया गया है। इसका मुख्य लक्ष्य विभिन्न क्षेत्रों के बीच हवाई संपर्क कायम करना और उसे वहनीय बनाना है। पर्यटन मंत्रालय की सिफारिश पर आरसीएस-उड़ान 3.0 के तहत अब तक 46 पर्यटन मार्ग जोड़े जा चुके हैं और आरसीएस- उड़ान-4 के तहत 78 मार्गों को जोड़े जाने का लक्ष्य है।

मंत्रालय नियमित तौर पर पर्यटन प्रोत्साहन अभियान और कार्यक्रम आयोजित करता है ताकि ‘देखो अपना देश’ पहल के तहत संभावित पर्यटकों के लिए इस क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य, खूबसूरत नजारों और अनूठे पर्यटन उत्पादों का प्रदर्शन किया जा सके। इस पृष्ठभूमि में इंडियाटूरिज्म गुवाहाटी (पर्यटन मंत्रालय का फील्ड ऑफिस)ने ‘1000 बार देखो-नॉर्थ ईस्ट देखो’ कार्यक्रम का 7 से 17 मार्च 2021 तक आयोजन किया है। इस कार्यक्रम का आयोजन ‘देखो अपना देश’ और ‘फिट इंडिया’ टैग लाइन के तहत किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत एकल साइकल चालक श्री संजय बहादुर अपनी साइकिल से पूरे असम का भ्रमण कर 1 हजार किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। उन्होंने अपनी यात्रा गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र रिवर बैंक स्थित वीर लचित घाट से 7 मार्च को शुरू की और वे नौगांव, दरगांव, शिवसागर, दुलियाजान, डिब्रूगढ़, उत्तरी लखीमपुर, विश्वनाथ चरैली और देखीजुली के रास्ते 17 मार्च 2021 को इस यात्रा को खानापाड़ा में समाप्त करेंगे। इस दौरान मंत्रालय उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के 7 राज्यों और सिक्किम के लगभग अनजाने पर्यटन स्थलों में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और इंस्टालाइव शोज का आयोजन करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *