अब वं वं भोले बोलना। आज सुहानी रात है।।
🥀उल्लाला छंद🥀
(विषम चरणी)
1-
अब वं वं भोले बोलना।
आज सुहानी रात है।।
झट त्रिपुरारी पट खोलना।
भक्त हृदय कुछ बात है।।
2-
शिव नाग नाथ भगवान है।
हरदम मेरे साथ है।
शशि सोहें सुंदर शीश पै,
शूल शम्भु के हाथ है।।
3-
शिव गज की चमड़ी धारते।
मार गजासुर प्राप्त है।।
प्रभु जालंधर को मारते।
आज खुशी जग व्याप्त है।।
4-
शिव पाप धार को रोक लो।
गंगा तेरे पास है।।
हर पाप राह से मोड़ लो।
पद पंकज की आस है।।
5-
हम आए तेरे द्वार हैं।
प्रभु पग की अब धूल दो।।
हर भारी सिर पर भार है।
कर माफी सब भूल दो।।
💥🌼💥🌼💥🌼💥
🥀प्रभु पग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश