नारी हरदम बोलती, पति है देव समान । इच्छा जाहिर जब करे, मिल जाता वरदान ।।

🌹 *माँ शारदे को नमन* 🌹

दिनांक – 08/03/2021
दिन – सोमवार
विधा – दोहा
विषय – 🌹 *महिला दिवस / नारी* 🌹

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नारी हरदम बोलती, पति है देव समान ।
इच्छा जाहिर जब करे, मिल जाता वरदान ।।

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जब भी रोती नारियाँ, बन जाती तब बात ।
इन ऑंसू के बल सदा, देती नर को मात ।।

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बरतन बजते हैं जहाँ, झगड़े हो दिन-रात ।
नारी जब समझे नहीं, कैसे बनती बात ।।

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नारी बस रोयी तभी, विदा हुई ससुराल ।
अस्त्र-शस्त्र आँसू बने, हुई सास बेहाल ।।

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सास-ससुर के सामने, आँसू निकले चार ।
हरदम नारी जीतती, मरता *राजकुमार* ।।

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✒️ *राजकुमार छापड़िया*
मुंबई, महाराष्ट्र 🙏🙏

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