नारी रक्षा छंद बाण
🥀ताटंक छंद🥀
विषय–
नारी रक्षा छंद बाण
1-
अलख प्रभा हम तुम्हें पुकारें,
जल्दी दौड़ी आओ माँ।
चंडी माँ की राह निहारें,
आके धीर धराओ माँ।।
पाप पवन का वेग अधिक है,
आके पाप घटाओ माँ।
नारी की रक्षा माँ करना,
काली रूप सजाओ माँ।।
2-
अबला बहें काल सलिला में,
अबतो पार लगाओ माँ।
बीन बीन के दानव मारो,
पल में धूल चटाओ माँ।।
चीर हरण होते हैं जगमें,
मोहन रूप बनाओ माँ।
सीता हरतीं गली गली में,
रघुवर बाण चलाओ माँ।।
3-
बिना दोष के मार रहे हैं,
थोड़ा मुझे निभाओ माँ।
हर अबला को सबला करदो,
चमत्कार दिखलाओ माँ।।
ॐ ह्रीं दुर्गा ॐ क्रीं काली,
वैरी मार भगाओ माँ।
हुं हुंकारो भौंह चढ़ा लो,
गुरु का छंद सुनाओ माँ।।
💥🌼💥🌼💥🌼💥
🥀प्रभुपग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश