मनोरंजन यही तो हकीकत है । कि होती फजीहत है। March 7, 2021 Network Times 0 Comments यही तो हकीकत है । कि होती फजीहत है। खुद ही ना मानते जो, पर देते नसीहत है। पर अपना जो काम है। करना अविराम राम है । कोई कुछ कहता रहे, आराम तो हराम है। नित आगे ही बड़ना है । बबाल में न पड़ना है। अड़ना सदा सत्य पर, ना ही जिद पै अड़ना है। आदरणीय-विनोदी सोनी