भारतीय पत्रकारों पर मंडराता भयानक संकट सोचनीय विषय! हरिद्वार! संपादक शिवाकांत पाठक
भारतीय पत्रकारों पर मंडराता भयानक संकट सोचनीय विषय! हरिद्वार! संपादक शिवाकांत पाठक!
मामला देव भूमि धर्म नगरी हरिद्वार का है जहां की शासन प्रशासन की एक आवाज पर पत्रकार बंधु अपने बेहद निजी कामों को छोड़ कर प्रेस कांफ्रेंस में जाते हैं हालांकि उनका अपना कोई स्वार्थ नहीं होता एक जज्बा होता है देश भक्ति का यह भी एक नशा है वरना कौन नहीं जानता कि इनकी कोई भी सैलरी नहीं होती भारतीय संविधान का चौथा स्तंभ कहलाने वाले पत्रकारों की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगाने वालीं तमाम घटनाएं आज हमारे देश की मानवता व व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाती नजर आती हैं अभी हाल में ही रावली महसूद में एक दुकानदार द्वारा आधार कार्ड में नाम व पता संशोधन करने के फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए एक पत्रकार ने खबर चैनल में चलाई खबर चलने के बाद पत्रकार के खिलाफ फर्जी मुकदमे की धमकी के साथ ही प्रार्थना पत्र भी सम्बन्धित थाना सिडकुल में दे दिया गया वहीं दूसरी ओर खनन माफियाओं के खिलाफ खबर चलने पर खनन माफियाओं द्वारा खबर से संबधित पत्रकार को फर्जी मुकदमे की धमकी दी गई सभी पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा की गुहार एस एस पी हरिद्वार के समक्ष लगाई फिर भी थाने से फोन आया कि तू आ रहा है या मुकदमा दर्ज कर दूं मामला फर्जी आधार कार्ड संशोधन का था कितनी शर्म की बात है भारतीय संविधान के अनुच्छेद धारा 19 के तहत विचारों की अभिव्यक्ति को समाप्त करने के कुप्रयास के लिए लानत है इस सिस्टम को जहां की राष्ट्र हित में काम करने वाले लोगों को ही निशाना बनाया जाए संविधान के चौथे स्तंभ की निष्पक्ष कार्यशैली पर संदेह किया जाए उन्हें अपानित किया जाए उनकी राष्ट्र प्रेम की भावना को कुचल दिया जाए ,वहीं दूसरी ओर खनन माफियाओं को संरक्षण देते हुए रात दिन धरती का सीना चीर कर राजस्व को चूना लगाने वालों का सहयोग करने वाले ये भूल गए कि समय बहुत बलवान होता है प्रकृति जब भी अपने साथ होने वाले अन्याय का बदला लेगी तब न हम रहेंगे न हमारी आने वाली पीढ़ियां ! एक बात आपको बताना चाहता हूं कि दुनियां में सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत कहलाता है जो कि पत्रकारिता के लिहाज से सबसे खतरनाक देशों की सूची में है राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो सालों के दौरान देश में पत्रकारों पर 142 हमलों के मामले दर्ज हैं जिसमें सबसे अधिक मामले उत्तर प्रदेश के है संख्या (64) है ! आप जानते हैं कि आर डब्लयू बी की रिपोर्ट बताती है कि भारत में आन लाइन अभियानों का सबसे बड़ा शिकार पत्रकार बन रहे हैं शारीरिक हिंसा व गालियों का सामना करने के साथ साथ शारीरिक हिंसा का सामना भी करना पड़ रहा है क्या गुजरती होगी पत्रकारों पर कभी सोचा है आपने !
आपको बता दें कि इन अवैध कार्यों में सबसे ज्यादा शिकायते आधार कार्ड व अवैध खनन के मामलों से जुड़ी है। और इन्ही खबरों को प्रसारित करना कुछ पत्रकारो को भारी पड़ चुका है। मामला है जहां एक ओर रावली महदूद ग्राम में दुकानदार द्वारा आधार कार्ड सही करने के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही थी तो दूसरी ओर बहादराबाद के नजदीक एक गांव एकड़ में खनन किया जा रहा था जिसकी सूचना मिलने पर हरिद्वार सिडकुल क्षेत्र के कुछ पत्रकारो ने इस मामले को खबरों के माध्यम से उजागर कर दिया।जिसके बाद दुकानदार व खनन माफियाओं द्वारा पत्रकारो पर झूठा मुकदमा कर उन्हें परेशान करने का सिलसिला व षड्यंत्र रच दिया गया ! एस एस पी हरिद्वार के समक्ष जाकर पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा की दृष्टि से गुहार लगाई व उनको आश्वाशन मिला कि अन्याय नहीं होगा !+91 74097 30310 उचित जानकारी के लिए गुलफाम जी का नंबर