कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या – जनवरी, 2021
कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या – जनवरी, 2021
जनवरी, 2021 महीने के लिए कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या (आधार: 1986-87 = 100), 9 अंक गिरकर 1038 (एक हजार अड़तीस) और 8 अंक गिरकर 1045 (एक हजार पैंतालीस) अंक पर पहुंच गया है। कृषि श्रमिकों और ग्रामीण मजदूरों के सामान्य सूचकांक में गिरावट के लिए प्रमुख योगदान भोजन से (-) 12.52 अंक और (-) 11.40 अंक का, मुख्य रूप दाल, प्याज, आलू, फूलगोभी, बैगन आदि की कीमतों में गिरावट के कारण था।
विभिन्न राज्यों के सूचकांक में में भिन्नता है। कृषि मजदूरों के मामले में, इसने 18 राज्यों में 1 से 20 अंक की कमी और केरल में 15 अंकों की वृद्धि दर्ज की। 1250 अंकों के साथ तमिलनाडु राज्य सूचकांक तालिका में सबसे ऊपर है, जबकि 819 अंकों के साथ हिमाचल प्रदेश राज्य सबसे नीचे है।
ग्रामीण मजदूरों के मामले में, इसने 17 राज्यों में 2 से 20 अंक की कमी और 2 राज्यों में 2 से 15 अंक की वृद्धि दर्ज की। 1234 अंकों के साथ तमिलनाडु राज्य सबसे ऊपर रहा जबकि 850 अंकों के साथ बिहार राज्य सबसे नीचे रहा।
राज्यों के बीच, कृषि मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में अधिकतम कमी बिहार राज्य और पश्चिम बंगाल राज्य (-20 अंक प्रत्येक) क्रमशः प्याज, मिर्च हरी, सब्जियां और फल और गुड़ आदि की कीमतों में गिरावट के कारण हुआ था। इसके विपरीत फल आदि, कृषि मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में अधिकतम वृद्धि क्रमशः केरल राज्य +15 अंक) मुख्य रूप से चावल, मछली ताजा और सब्जियों और फलों आदिकी कीमतों में वृद्धि के कारण अनुभव की गई।
सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल के आधार पर मुद्रास्फीति की दर को इंगित करते हुए जनवरी, 2021 में घटकर 2.17% और दिसंबर 2020 में 2.35% हो गई। सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल के खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति -आरएल जनवरी, 2021 में क्रमशः (+) 1.02% और (+) 1.22% है।
अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या (सामान्य और समूह-वार)
अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या (सामान्य और समूह-वार)
समूह | कृषि श्रमिक | ग्रामीण श्रमिक | ||
दिसंबर, 2020 | जनवरी, 2021 | दिसंबर, 2020 | जनवरी, 2021 | |
सामान्य सूचकांक | 1047 | 1038 | 1053 | 1045 |
भोजन | 1005 | 987 | 1010 | 993 |
पान, सुपाडी, आदि | 1738 | 1762 | 1749 | 1773 |
ईंधन और बिजली | 1099 | 1110 | 1094 | 1104 |
वस्त्र, बिस्तर और जूते-चप्प्पल | 1025 | 1031 | 1045 | 1050 |
विविध | 1068 | 1076 | 1071 | 1080 |
नवीनतम सूचकांक के बारे में श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष गंगवार ने कहा, “सीपीआई-एएल और आरएल आधारित मुद्रास्फीति 2.17% और 2.35% तक गिर गई है जो मुख्य रूप से दाल, प्याज, आलू, फूलगोभी, बैगन आदि की कीमतों में गिरावट के कारण हुई है।
श्रम ब्यूरो के महानिदेशक श्री डीपीएस नेगी ने सूचकांक जारी करते हुए कहा कि मुद्रास्फीति में गिरावट ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले लाखों मजदूरों को राहत देगी क्योंकि इससे उनकी जेब पर कम बोझ पड़ेगा।
जनवरी, 2021 महीने के लिए कृषि मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 19 मार्च, 2021 को जारी किया जाएगा।
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