रेल, वाणिज्य एवं उद्योग और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयलने पश्चिम बंगाल में रेलवे अवसंरचना के विकास के लिए कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं
रेल, वाणिज्य एवं उद्योग और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयलने पश्चिम बंगाल में रेलवे अवसंरचना के विकास के लिए कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं
माननीय रेल, वाणिज्य एवं उद्योग और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री, भारत सरकार श्री पीयूष गोयलने आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संतरागाछी में दूसरे फुट ओवर ब्रिज, संकरेल (फेज-1) में फ्रेट टर्मिनल और हावड़ा में विवेकानंद ध्यान केंद्र का उद्घाटन किया तथा सियालदह स्टेशन पर एक एक्जीक्यूटिव लॉउंज, सियालदह स्टेशन पर 2 एस्केलेटर, सियालदह स्टेशन पर 2 लिफ्ट और कोलकाता स्टेशन पर प्रीमियम लाउंज व बर्धमान स्टेशन पर एकीकृत सुरक्षा प्रणाली, झामतपुर बहारन व नीमो स्टेशनों पर पैदल पार पथ, बालागढ़ व गुप्तीपारा स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म का विस्तार, बर्धमान, तारकेश्वर व नबाद्वीप धाम स्टेशनों पर एस्केलेटर को राष्ट्र को समर्पित किया। कार्यक्रम स्थल पर कई अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री गोयल ने निमतिता स्टेशन पर हुई दुखद घटना के लिए शोक प्रकट किया। उन्होंने इस दुखद घटना में घायल व्यक्ति के जल्द सुधार की कामना की। उन्होंने कहा कि आज कई परियोजनाओं विशेष रूप से संकरेल फ्रेट टर्मिनल का उद्घाटन किया गया, जिसमें आठ पूर्ण विद्युतीकृत लाइनें शामिल हैं। टर्मिनल संकरेल के आसपास के उद्योगों से माल की त्वरित आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराएगा। व्यस्ततम सियालदह स्टेशन पर नए एलिवेटर्स, एस्केलेटर्स से यात्रियों को सहूलियत मिलेगी। संतरागाछी में एक नए फुट ओवर ब्रिज से 6 प्लेटफॉर्म आपस में जुड़ जाएंगे, जिससे यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। सियालदह में एक्जीक्यूटिव लॉउंज और कोलकाता में प्रीमियम लॉउंज का शुभारम्भ किया गया, जिससे रेलवे की अपने यात्रियों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देने की प्रतिबद्धता का पता चलता है।
केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि आज, देश के सभी 8,500 स्टेशन स्वच्छ हैं। सभी स्टेशन मास्टरों को स्टेशनों की स्वच्छता और सफाई सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दे दी गई है। आज, सभी ट्रेनों स्वचालित धुलाई इकाइयों से साफ की जाती हैं। ग्राहकों ने ट्रेनों और स्टेशन परिसरों में सफाई की सराहना की है और सफाई से संबंधित शिकायतें कम हो गई हैं। देश भर में रेलवे का विद्युतीकरण किया जा रहा है और 2030 तक भारतीय रेल दुनिया की पहली प्रदूषण मुक्त रेल बन जाएगी।
संतरागाछी स्टेशन, हावड़ा-खड़गपुर खंड के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है। इसे सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जा रहा है। संतरागाछी में 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया दूसरा फुट ओवर ब्रिज 12 मीटर चौड़ा और 166 मीटर लंबा है, जो संतरागाछी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म संख्या 1 से 6 तक को जोड़ता है। इस सुविधा से संतरागाछी स्टेशन पर आने और वहां से जाने वाले यात्रियों के लिए आगे बढ़ने और निकलने में सुधार और आसानी हो जाएगी।
संकरेल फ्रेट टर्मिनल (फेज-1) को लौह व इस्पात, कपड़ा, परिधान, प्लास्टिक, खाद्य व पेय, ढलाई, सीमेंट जैसे प्रमुख उद्योगों के लिए सामान की तेजी से आवक/ आपूर्ति के लिए रैक्स की तेजी से रवानगी सुनिश्चित करने के लिए माल रैक के रखरखाव के उद्देश्य से आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है।यह फ्रेट टर्मिनल पश्चिम बंगाल में कोलकाता और हावड़ा के बीच फैली लगभग 40 वर्ग किलोमीटर की औद्योगिक पट्टी को सेवाएं देगा। फ्रेट टर्मिनल में बर्थ सुविधाओं से युक्त आठ पूर्ण विद्युतीकृत लाइनों का निर्माण 109 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
तनाव और चिंता घटाने व मानव मन को शांत रखने से जुड़े विचारों के प्रसार के उद्देश्य से 65 लाख रुपये की लागत से हावड़ा में एक विवेकानंद ध्यान केंद्र की स्थापना की गई है, जिसके लिए माननीय सांसद श्री प्रदीप भट्टाचार्य ने एमपीलैड निधि से 30 लाख रुपये की व्यवस्था की है। इस केंद्र का कुल निर्मित क्षेत्र 3,528 वर्ग फुट और ध्यान कक्ष 2,100 वर्ग क्षेत्र में बना है। इसकी ध्यान क्षमता 70 लोगों की है।
सियालदह स्टेशन पर एक्जीक्यूटिव लॉउंज का निर्माण यात्रियों को ज्यादा सहूलियत देने के लिए एक अन्य प्रमुख पहल है। पूरी तरह वातानुकूलित एक्जीक्यूटिव लॉउंज सियालदह स्टेशन की पहली मंजिल पर 2,000 वर्ग फुट क्षेत्र में बनाया गया है और आसान पहुंच के लिए एक अलग कैप्सूल लिफ्ट उपलब्ध कराई गई है। न सिर्फ यात्रियों, बल्कि सियालदह स्टेशन पर अपने प्रियजनों को विदा करने या स्वागत करने के लिए आने वाले लोग मामूली शुल्क के भुगतान पर आराम से रुकने का लुत्फ उठा सकेंगे।
सियालदह स्टेशन पर आने वाले सामान्य यात्रियों को सहूलियत देने के क्रम में इस स्टेशन पर 1.19 करोड़ रुपये की लागत से दो एस्केलेटर लगाए गए हैं। भारी सामान लेकर आने वाले यात्रियों और वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग व्यक्तियों व महिलाओं के लिए यह एस्केलेटर सुविधा खासी फायदेमंद होगी। दोनों एस्केलेटर प्रति घंटे 9,000 लोगों को ले जाने में सक्षम हैं।
सियालदह स्टेशन पर दक्षिण बुकिंग कार्यालय के पास 34 लाख रुपये की लागत से दो लिफ्ट उपलब्ध कराई गई हैं। इनमें से प्रत्येक लिफ्ट एक बार में 10 यात्रियों को ले जाने में सक्षम है और इससे यात्रियों विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग व्यक्तियों और महिलाओं को आरक्षण काउंटर और विश्राम गृहों तक पहुंचना सुविधाजनक हो जाएगा।
रेलवे यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयासों के तहत कोलकाता स्टेशन पर एक पूर्ण वातानुकूलित प्रीमियम प्रतीक्षालय स्थापित किया गया है। इससे यात्रियों के लिए ट्रेनों के इंतजार के दौरान खाली समय बिताना आसान हो जाएगा। इसे कोलकाता स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर 85 लाख रुपये की लागत से 2,000 वर्ग फुट क्षेत्र में बनाया गया है। इसमें मामूली शुल्क पर रिक्लाइनर, सलून, स्पा, गेम जोन जैसी सुविधाओं के साथ ही चाय जैसे पेय पदार्थ व स्नैक्स उपलब्ध होंगे। इससे कोलकाता स्टेशन पर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों यात्रियों के लिए यात्रा के अनुभव में सुधार होगा। कोलकाता स्टेशन पर इस प्रीमियम लाउंज का बेहतर रखरखाव और सेवाओं के कुशल निष्पादन के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से निर्माण किया गया है।
यात्रियों और रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा में सुधार के क्रम में, बर्धमान स्टेशन पर एक एकीकृत सुरक्षा प्रणाली स्थापित की गई है। इससे सभी प्रवेश/ निकासी द्वारों पर सुरक्षा जांच, हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर (एचएचएमडी) के माध्यम से यात्रियों की तलाशी, लगेज स्कैनर मशीन (एलएसएम) के माध्यम से यात्री सामान की जांच डोर फ्रेम्ड मेटल डिटेक्टर जांच आदि में मजबूती आएगी। एकीकृत सुरक्षा प्रणाली कार्य को पूरा करने में कुल 2.3 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस व्यवस्था की स्थापना से सीसीटीवी निगरानी कक्षों के माध्यम से बेहतर निगरानी सुनिश्चित होगी और रेलवे सुरक्षा बल के लिए एक व्यवस्थित तरीके से अपने कर्तव्य और जिम्मेदारियों का निर्वहन संभव होगा।
पूर्वी रेलवे के हावड़ा मंडल के बंडेल-कटवा-अजीमगंज खंड में झामतपुर-बहारन और हावड़ा-बर्धमान मुख्य लाइन खंड के नीमो स्टेशन में फुट ओवर ब्रिजों का निर्माण क्रमशः 92 लाख रुपये और 1.2 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। एफओबी के निर्माण से दोनों स्टेशनों पर यात्रियों को प्लेटफॉर्म बदलने में खासी आसानी हो जाएगी।
यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए, पूर्वी रेलवे के बंडेल-कटवा-अजीमगंज खंड में बालागढ़ और गुप्तीपारा स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म शेड्स का विस्तार किया गया है। गुप्तीपारा में विस्तारित प्लेटफॉर्म शेड 32 मीटर लंबा और 7 मीटर चौड़ा है और इस पर 28 लाख रुपये की लागत आई है। बालागढ़ में विस्तारित प्लेटफॉर्म शेड 16 मीटर लंबा और 7 मीटर चौड़ा है, जिस पर 14 लाख रुपये की लागत आई है।
पूर्वी रेलवे के बर्धमान, तारकेश्वर और नबाद्वीप धाम आने वाले यात्रियों को सहूलियत देने के क्रम में इन स्टेशनों को 91 लाख रुपये (प्रत्येक) की लागत से एस्केलेटर उपलब्ध कराए गए हैं। एस्केलेटर सुविधा ज्यादा सामान लेकर आने वाले यात्रियों और वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, महिलाओं आदि के लिए खासी लाभकारी होगी।