टेक्नोग्राही;परामर्श, प्रयोग और तकनीकी जागरूकता के लिए 6 एलएचपी साइटों पर लाइव प्रयोगशालाओं से जुड सकते हैं: दुर्गा शंकर मिश्रा
टेक्नोग्राही के लिए ऑनलाइन नामांकन मॉड्यूल लॉन्च किया गया
ई-न्यूज़लेटर और एलएचपी बुकलेट भी लॉन्च किए गए
टेक्नोग्राही;परामर्श, प्रयोग और तकनीकी जागरूकता के लिए 6 एलएचपी साइटों पर लाइव प्रयोगशालाओं से जुड सकते हैं: दुर्गा शंकर मिश्रा
आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टेक्नोग्राही के लिए ऑनलाइन नामांकन मॉड्यूल लॉन्च किया। टेक्नोग्राही; आईआईटी, एनआईटी, इंजीनियरिंग, योजना और स्थापत्य कला कॉलेज के छात्र, संकाय सदस्य, शिक्षाविद और अन्य हितधारक हैं। मॉड्यूल का शुभारंभ करते हुए, आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि इच्छुक उम्मीदवार ज्ञान प्राप्ति, परामर्श, नए विचार व समाधान, अनुप्रयोग, नवाचार, और तकनीकी जागरूकता के लिए 6 एलएचपीसाइटों पर इन लाइव प्रयोगशालाओं से जुड़ने के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं। उन्होंने कहा, “इससे उन्हें उपयोग की जा रही प्रौद्योगिकियों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी और उन्हें ‘मेक इन इंडिया’ को ध्यान में रखते हुए निर्माण क्षेत्र में अपनी आवश्यकताओं के अनुसार प्रौद्योगिकियों को अनुकूलित करने और अपनाने में सहायता मिलेगी।” एलएचपी के पूरे होने तक, 12महीने की अवधि के लिए, टेक्नोग्राही को सूचना प्रसार के लिए साइटों से नियमित अपडेट प्राप्त होगा।
श्री मिश्रा ने एलएचपी ई-न्यूज़लेटर भी लॉन्च किया, जो प्रत्येक स्थल पर परियोजनाओं की प्रगति को दर्शाता है। यह ई-न्यूज़लेटर का पहला संस्करण है। छात्रों, संकाय सदस्यों, हितधारकों और आम लोगों को लेखों और तस्वीरों के माध्यम से विकास कार्यों की जानकारी देने के लिए हर महीने बारह ऐसे ई-न्यूज़लेटर जारी किए जाएंगे। इससे प्रत्येक स्थल की प्रगति को लेकर छह राज्यों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा मिलेगा।
छह राज्य-विशिष्ट एलएचपीपुस्तिकाएं, प्रत्येक स्थल के बारे में संरचनात्मक जानकारी के लिए हैं। इनसे तकनीकी विशिष्टताओं, उपयोग की जा रहीप्रत्येक प्रौद्योगिकी और अन्य विवरणों के बारे में जानकारी मिलेगी। प्रौद्योगिकीविदों के लिए ये पुस्तिकाएं सूचना के आदान-प्रदान के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगी।
आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए लाइव प्रयोगशालाओं के रूप में छह लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (एलएचपी)को बढ़ावा दे रहा है। प्राथमिक लक्ष्य, लोगों की बड़े पैमाने पर भागीदारी को प्रोत्साहित करना है, ताकि स्थल पर ज्ञान-प्राप्ति के लिए तकनीकी जागरूकता को बढ़ावा दिया जा सके। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 1 जनवरी, 2021 को इंदौर (मध्य प्रदेश), राजकोट (गुजरात), चेन्नई (तमिलनाडु), रांची (झारखंड), अगरतला (त्रिपुरा) और लखनऊ (उत्तर प्रदेश)में 6 एलएचपीकी आधारशिला रखी थी।प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) के तहत एलएचपी का, ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया (जीएचटीसी- इंडिया) पहल के हिस्से के रूप में निर्माण किया जा रहा है।
एलएचपी मॉडल आवास परियोजनाएं हैं। प्रत्येक स्थान पर संबद्ध बुनियादी सुविधाओं के साथ लगभग 1,000 आवास निर्मित किये जा रहे हैं। यह प्रौद्योगिकी लागत प्रभावी, पर्यावरण-अनुकूल, आपदा-सहनीय है और तेजी से निर्माण कार्य को पूरा करती है। भारत में तकनीकी परिवर्तन की दिशा में यह कार्यक्रम, एक बड़ा कदम सिद्ध होगा।