21 साल बाद-लघु सत्य कथा रहस्यमयी सुगिरा मूर्ति कांड- कानून के हाथ वौने,–

21 साल बाद-लघु सत्य कथा
रहस्यमयी सुगिरा मूर्ति कांड-
कानून के हाथ वौने,–
#महोबा/उत्तर प्रदेश/
💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼
हिंदुस्तान के उत्तर प्रदेश में स्थत वीर भूमि महोबा जनपद का ऐतिहासिक सुगिरा गांव
समूचे हिंदुस्तान में अपनी ऐतहासिक गाथाओं की बजह से ख्याति प्राप्त है।
गांव में पूर्व समय में राजा श्री राव महीपत जी के कुंवर अर्जुन सिंह का राज कायम था जिसका प्रमाण गांव में स्थत प्राचीन विशाल किला दे रहा है ।
आपको ज्ञात हो कि कुंवर श्री अर्जुन सिंह पन्ना से श्री जुगल किशोर जु की प्राचीन मूर्तियाँ लाए थे जिनकी स्थापना गांव में ही जुगल किशोर मंदिर में की गई थी।
समय बीतता गया और पापियों की नजरें इन कीमती हीरों व अष्ट धातु से सुसज्जित मूर्तियों पर गिद्ध की तरह जमी रहीं।
इसी का फायदा लेते हुए।
कुछ अज्ञात चोरों ने जिम्मेदार अफसरों से साथ गांठ कर इन अनमोल मूर्तियों की चोरी कर ली ।
व इस आरोप में गांव के ही निर्दोष व्यक्तियों लखन ,पूरन , वलधारी,कंधी, आदि लोगों को पुलिस के द्वारा साजिश के तहत फसा दिया व इनके साथ पुलिस ने जी भर कर मनमानी की किन्तु जब कोई दोषी नहीं होता है तो उससे माल बरामद होना असंभव हो जाता है ।
इस तरह जब दोष सिद्ध नहीं कर सके तो इन्हें मजवूरन निर्दोष व्यक्तियों को छोड़ना पड़ा इस दौरान निर्दोष व्यक्ति को इस भीषण कारक का बिना दोष ही सामना करना पड़ा ।
समय बीतता गया पुलिस सहित अन्य जिम्मेदार अफसर इधर से उधर होते चले गए किन्तु किसी ने इस दिशा पर गौर करना उचित नहीं समझा ।
न ही विकाऊ भ्रष्ट मीडिया ने इस पर प्रकाश डालना उचित समझा जिसके चलते 20 वर्षों की अवधि धीरे धीरे गुजरती गयी और इस दौरान अज्ञात चोरों द्वारा गांव के अन्य मंदिरों से भी प्राचीन मूर्तियों की चोरी कर ली गयी ।
इस तरह गांव की प्राचीन यादें हमेशा के लिए दफन हो गयीं और भ्रष्टाचारियों के भाग्य के सितारे चमकने लगे और निर्दोष लोग घुट घुट कर कलंकित जीवन जीने पर मजवूर हो गए।
किन्तु 21 वर्ष वीतने के वावजूद भी कायर निष्क्रिय भ्रष्ट चोर पुलिस ने इस मामले को हजम कर ठंडे वस्ते में डाल दिया जो आज कानून के हाथ वौने सावित करने में सफल सावित हो रहे हैं।
गांव में निर्दोष व्यक्ति घुट घुट कर अपने नन्हें मुन्हें बच्चों का पालन करते रहे समय वीतता चला गया मूर्ति कांड की सुध अफसरों ने बिल्कुल ही बिसार दी ।
धीरे धीरे जब पीड़ित निर्दोष के बच्चे बड़े हुए तो उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि उनके पिता के साथ चोरों व पुलिस अफसरों ने मिलकर फर्जी आरोप लगा मारपीट की थी और बाद में निर्दोष सावित होने पर अपमानित कर छोड़ दिया गया था तब भ्रष्ट मीडिया ने इस पर गौर करना उचित नहीं समझा जैसा कि आज भी मीडिया की भ्रष्ट कार्यशैली किसी से छुपी नहीं रही ।
धीरे धीरे दिन बीतते गए और मूर्ति कांड का रहस्य गहरे सिन्धु में हमेशा के लिए समा गया ।
और भ्रष्ट अफसरों ने कानून के हाथ वौने बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी ।
21 साल बाद निर्दोष पीड़ित के पुत्र ने इसके सच को उजागर करने की कोशिश की और मामले को अनेक माध्यमों से समाज के बीच प्रकाशित किया किन्तु चोर भ्रष्ट कामचोर अफसरों ने इस पर कार्यवाही तो दूर इस पर उत्तर देना भी उचित नहीं समझा इस तरह 21 साल वाद भी कानून के हाथ वौने ही बने हुए हैं।
तो वहीं प्रदेश में 21 साल के दौरान कई सरकारें बदलीं व कई अफसर इधर उधर हुए किन्तु कामचोर भ्रष्ट चोर अफसर व सरकार 21 वर्ष बाद भी कायरों की तरह सावित हो रहे हैं।
और वर्तमान सरकार भी निष्क्रिय बनी हुई है जो इस मामले पर कानून को लजवा रही है।
वल्कि यदि बात करें तो इससे जुड़े वीडियो भी वायरल हुए थे जिनपर गौर करना भ्रष्ट अफसरों ने उचित नहीं समझा।
जबकि वीडियो में किसी मुंबई के मूर्ति तस्करों की संलिप्तता की पुष्टि हो रही है ।
किन्तु चोर भ्रष्ट अफसरों ने अपनी करतूत छिपाने के लिए सारे मामले पर कपड़ा डाल दिया है ।
और गूंगा बहरों अंधों की तरह कानून को वौना सावित कर रहे हैं ।
इस तरह 21 वर्ष बीतने के बाद भी सुगिरा मूर्ति कांड कानून के हाथ सावित करने में कोयला की तरह काले चमक रहे हैं।
और जिम्मेदार अफसर व निष्क्रिय सरकार इस पर कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं जुआ पा रही है।
🥀प्रभुपग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश
लिंक-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *