रोला
🥀रोला🥀
सृजन शब्द-मनुहार
1-
मेरी है मनुहार,
सुनो शिव विनती मेरी।
साधो भोले भार,
करो मत शिव जी देरी।।
2-
राधा है मनुहार,
चरण रज हमको दीजे।
श्यामा हैं जग सार,
शरण में हमको लीजे।।
3-
रघुवर है मनुहार,
दया की भीख मँगाते।
राघव हैं सुख सार,
आज हम ध्यान लगाते।।
4-
गुरुवर है मनुहार,
ज्ञान का दीप जला दो।
उलझन है संसार,
राम की डगर चला दो।।
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🥀प्रभु पग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश