कलम ऐ हताश है,धीर तो धराइए।।

🥀मनहरण घनाक्षरी🥀
विषय-कलम
1-
कलम ऐ महान है,बड़ा इसका मान है,
ऐ जानता जहान है,आप जान जाइए।
कलम गुण खान है,किया हम बखान है,
कलम से ही शान है,पाठ शाला आइए।।
अब दिल में खोट है,कलम पर चोट है,
इधर नहीं वोट है,वैर मत पालिए।
कलम बड़ी तेज है,लगत जैसें तेग है,
बड़ा प्रबल वेग है,चैन दिल लाइए।।
2-
कलम का कमाल है,मचा जग धमाल है,
कलम का सवाल है,सब सुलझाइए।
कलम सात रंग कीं,गजब की उमंग कीं,
उड़तीं हैं पतंग सीं,डोर कर थामिए।।
कलम विपरीत हो,देश की मन प्रीत हो,
संग में जगदीश हो,राष्ट्र गान गाइए।
प्रभुपग उदास हैं,बड़ा मन निराश है,
कलम ऐ हताश है,धीर तो धराइए।।
💥🌼💥🌼💥💥🌼💥🌼💥
🥀प्रभुपग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश

 

 

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