भारत के कपड़ा उद्योग को विश्व में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए सरकार ने मेगा निवेश टेक्सटाइल्स पार्क (मित्रा) योजना की घोषणा की
भारत के कपड़ा उद्योग को विश्व में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए सरकार ने मेगा निवेश टेक्सटाइल्स पार्क (मित्रा) योजना की घोषणा की
सरकार ने कपड़ा उद्योग को विश्व में प्रतिस्पर्धी बनाने, बड़े निवेश को आकर्षित करने, रोजगार के अधिक अवसर पैदा करने और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मेगा निवेश टेक्सटाइल्स पार्क (मित्रा) योजना प्रस्तावित की है। 2021-22 का केन्द्रीय बजट प्रस्तुत करते हुए केन्द्रीय वित्त और कार्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह निर्यात में विश्व चैम्पियन बनाने के लिए प्लग और प्ले सुविधा के साथ विश्व स्तरीय अवसंरचना सृजित करेगी। मित्रा योजना उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के अतिरिक्त आरंभ की जाएगी।
मेगा निवेश टेक्सटाइल्स पार्क्स के संबंध में केन्द्रीय कपड़ा और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने एक ट्वीट में कहा, “(मित्रा) भारतीय कपड़ा मंत्रालय में महत्वपूर्ण बदलाव लाने की दिशा में गेम चेंजर होगा। उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के साथ मित्रा अधिक निवेश और रोजगार के अवसरों में वृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगा।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “मित्रा के माध्यम से आधुनिकतम अवसंरचना पर जोर देने से हमारे घरेलू निर्माताओं को अंतर्राष्ट्रीय कपड़ा बाजार में समान मौके मिलेंगे और इससे भारत कपड़ा निर्यात में सभी क्षेत्रों में विश्व चैम्पियन बनने के मार्ग पर बढ़ेगा।”
मानव निर्मित वस्त्रों में लगने वाले कच्चे माल की निविष्टियों पर शुल्कों को युक्तिसंगत करने की जरूरत का उल्लेख करते हुए वित्त मंत्री ने नायलन चैन को पोली-एस्टर और अन्य मानव निर्मित रेशों के बराबरी पर लाने की घोषणा की। कैप्रोलेक्टम, नायलन चिप्स, नायलन फाइबर और धागे पर बीसीडी दर एक समान रूप से पांच प्रतिशत घटाने की घोषणा करते हुए मंत्री ने कहा कि इस कदम से कपड़ा उद्योग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों तथा निर्यात को भी मदद मिलेगी।