छप्पय छंद
छप्पय छंद
विषय-भरोसा
1-
करत भरोसा राम,राम भव पार कराते।
रहत हमेशा पास,सार जग राम लखाते।।
सफल करेंगे काज,रहो तुम राम भरोसे।
मिलन करेंगे आन,राम का नाम परोसे।।
राघव जी जग आधार हैं।
कण कण उनको मान लो।।
रघुवर जी तेरे पास हैं।
राघव दिल में जानलो।।
2-
छप्पय छंद
विषय-भरोसा
अटल भरोसा राख,सुनें तेरी सुख सागर।
मोहन मुख से बोल,तरें सुख से भव सागर।।
अमर रहेना देह,श्याम से नाता जोड़ो।
करत आज आगाह,पाप से मुखड़ा मोड़ो।।
ऐ पाप डगर दुख खान है।
पाप डगर मत जाइए।।
सुन मनहर अमृत कुंड है।
राधे मोहन गाइए।।
प्रभुपग धूल
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश