नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं भरवारा के नरियापुरा के लोग
नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं भरवारा के नरियापुरा के लोग
रिपोर्ट-जुगलकिशोर द्विवेदी
भरवारा : पनवाड़ी विकास खंड के भरवारा गांव के नरियापुरा के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। नरिया मोहल्ले से निकले नाला के पानी को निकालने की समुचित व्यवस्था नहीं होने से घरों का दूषित पानी पूरे रास्ते पर जमा हो रहा है, जिससे आम लोगों का निकलना दूभर हो गया है। घरों के सामने जमे पानी से संक्रामक रोग फैलने की आशंका हो चली है। गांव के लोग कई बार ग्राम प्रधान सहित जिले के आलाधिकारियों से समाधान की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन नतीजा नहीं निकला। गांव भरवारा की आबादी लगभग छः हजार है। लेकिन गांव के रास्तों की खस्ता हालत से गांव की सफाई व्यवस्था का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। गांव के नरियापुरा मोहल्ले के प्रमुख रास्ते पर दूषित जलभराव के कारण लोगों का रात तो क्या दिन में वहां से निकलना दुर्लभ हो गया है। रास्ते में कीचड़ व दूषित जलभराव से संक्रामक रोग फैलने की आशंका हो चली है। ग्रामीण कई बार ग्राम प्रधान और समाधान दिवस में अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं होने से गांव के लोग मायूस हैं। मोहल्ले में पूरा रास्ता नरक बना हुआ है। मोहल्ला निवासी शौकत अली इमरान शाहिद सलीम वीरपाल रामस्वरूप आदि ग्रामीणों ने बताया कि अगर जल्दी ही दूषित जल निकासी की व्यवस्था नहीं की जाती तो मुहल्ले के लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे