कुलपहाड़: आग के तांडव से गरीब बुजुर्ग का वर्षों पुराना बाग-बगीचा उजड़ने से मोहताज न्याय की गुहार
कुलपहाड़: आग के तांडव से गरीब बुजुर्ग का वर्षों पुराना बाग-बगीचा उजड़ने से मोहताज न्याय की गुहार
रिपोर्ट-देवेंद्र कुमार
कुलपहाड़ कोतवाली के मुढारी गांव में एक दिल दहलाने वाला वाकया सामने आया है, जहां आग लगने से एक गरीब महिला मुन्नी रैकवार एवं उसके ससुर मिहिलाल का वर्षों पुराना बाग-बगीचा स्वाहा हो गया। घटना के अनुसार, गांव के चरवाहों मंगू रैकवार और बोरा रैकवार की सूचना पर बगीचे का मुआयना करने पर पता चला कि कई फलदार वृक्ष जल चुके हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बागान में उपस्थित आम, अनार, अमरूद, जामुन, नीबू, केला और बांस के कई वर्ष पुरानी फसलें आग की लपटों में समा गईं, जिससे मुन्नी रैकवार और उनके ससुर को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। इस हादसे के लिए गांव के ही निवासी अजीत राजपूत को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जैसा कि चरवाहों द्वारा दी गई सूचना और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों में उल्लेख किया गया है।
पीड़ित बुजुर्ग दंपती ने तहसीलदार कुलपहाड़ से न्याय की उम्मीद में लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमें उन्होंने आरोपित के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है और अपनी क्षति की पूर्ति की भी गुहार लगाई है। इस घटना ने स्थानीय किसान समुदाय और ग्रामीणों में चिंता और आक्रोश फैलाया है, जबकि सभी पीड़ित परिवार के लिए न्याय की आस लगाए हुए हैं।
स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने पीड़ितों को आश्वासन दिया है कि वे इस मामले का गंभीरता से निपटारा करेंगे और सभी संबंधित पहलुओं की जांच की जाएगी। ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में किसी और किसान के साथ ऐसा हादसा न हो।