महोबा जनपद में पत्रकारिता की गरिमा पर संकट: फर्जी पहचान के सहारे सक्रिय ब्लैकमेलर, प्रशासन मौन
महोबा जनपद में पत्रकारिता की गरिमा पर संकट: फर्जी पहचान के सहारे सक्रिय ब्लैकमेलर, प्रशासन मौन
महोबा: जनपद महोबा में पत्रकारिता की आड़ में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ब्लैकमेलिंग और अनुचित दबाव बनाने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। जानकारी के अनुसार, बिना किसी पंजीयन अथवा मान्यता के कुछ व्यक्ति स्वयं को पत्रकार बताकर अधिकारियों और आम नागरिकों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि इन व्यक्तियों द्वारा समाचार संकलन से अधिक निजी स्वार्थों की पूर्ति पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, जिससे पत्रकारिता की छवि धूमिल हो रही है।
इस संदर्भ में जिला सूचना विभाग की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते जिले में सक्रिय पत्रकारों की विधिवत जांच-पड़ताल होती, तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती।
सूत्रों के अनुसार, कई ऐसे लोग भी “पत्रकार” के रूप में कार्य कर रहे हैं जिनके पास न तो किसी मीडिया संस्थान की वैध मान्यता है और न ही उनके नाम सूचना विभाग में पंजीकृत हैं।
यह विषय न केवल प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि असली पत्रकारों के लिए भी चुनौतियाँ उत्पन्न कर रहा है।
जनपद के प्रबुद्ध नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए, और ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो जो पत्रकारिता के नाम पर अव्यवस्था फैला रहे हैं।